एक जिला एक उत्पाद के तहत लगेंगे लघु उद्योग
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : एक जिला एक उत्पाद के तहत जनपद में लघु उद्योग लगाने को बढ़ावा ि
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : एक जिला एक उत्पाद के तहत जनपद में लघु उद्योग लगाने को बढ़ावा दिया जाएगा। इस संबंध में जिला उद्योगबंधु अधिकारी को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश डीएम ने दिए हैं। बैठक में उपस्थित न होने पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी का वेतन रोके जाने के आदेश दिए।
जिलाधिकारी मोनिका रानी की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में उद्योग बंधु की बैठक हुई। बैठक में एक जिला एक उत्पाद के तहत शहर में लघु उद्योग लगाने के लिए विस्तार से विचार-विमर्श किया गया। उद्यमियों ने डीएम को बताया कि लघु उद्योगों में कपड़े की छपाई ही सफल हो पाएगी। छपाई के लिए शहर में बड़ी संख्या में कारीगर भी मौजूद हैं। उद्योग लगाने के लिए उन कारीगरों को सरकार द्वारा सहायता उपलब्ध कराई जाए, ताकि वह उद्योग लगाकर जीवन-यापन कर सकें। इस पर डीएम ने उद्योगबंधु अधिकारी को प्रस्ताव तैयार करने के लिए कहा। वस्त्र छपाई कुटीर उद्योग सेवा संस्थान के अध्यक्ष चंद्रपाल वर्मा ने डीएम को बताया कि जब तक शहर में ट्रीटमेंट प्लांट नहीं लगता तब तक छपाई का कार्य संभव नहीं होगा। इस पर डीएम ने उद्योग बंधु अधिकारी व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से निरीक्षण कर विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। बैठक में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी न आने पर डीएम ने नाराजगी जताते हुए वेतन रोकने के आदेश दिए।
लघु उद्योगों को ऋण देने में रुचि नहीं लेते बैंक अधिकारी
उद्योगबंधु अधिकारी एसके कटियार ने डीएम को बताया कि वर्ष में 50 लाभार्थियों को ऋण देने का लक्ष्य दिया गया था। जिसमें से 39 लोगों को ऋण की स्वीकृति दी गई। बैंकों ने अभी तक मात्र 13 लोगों को ही ऋण उपलब्ध कराया है। जिलाधिकारी ने ऋण उपलब्ध न कराने पर एलडीएम से कड़ी नाराजगी जतायी। निर्देश दिए कि मार्च तक ऋण वितरित कर लक्ष्य पूरा कर लिया जाए।
हमला करने वाले आवारा जानवर जंगल में भेजे जाएंगे
शहर में आवारा जानवरों का आतंक है। इस संबंध में बैठक के दौरान उद्यमियों ने जिलाधिकारी से शिकायत की। कुछ अधिकारियों ने भी डीएम को बताया कि रेलवे स्टेशन फर्रुखाबाद, रोडवेज बस स्टैंड व चौक के आसपास आवारा जानवर सड़कों पर घूमते हैं। आए दिन लोगों पर हमलाकर उन्हें घायल करते हैं। इस पर डीएम ने नगरपालिका को ऐसे जानवर चिह्नित कर उन्हें जनपद के बाहर जंगल में छुड़वाने के आदेश दिए। इसके अलावा अन्य आवारा जानवरों को पकड़वाकर गोसदन भिजवाने को कहा। नगरपालिका को जानवर पकड़वाने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कराने के भी निर्देश दिए।