्र सुनील राठी के भाई व परिजन सेंट्रल जेल से बैरंग लौटे
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : कुख्यात शार्प शूटर मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद बागपत से केंद
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : कुख्यात शार्प शूटर मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद बागपत से केंद्रीय कारागार फतेहगढ़ स्थानांतरित किए गए माफिया सुनील राठी से मुलाकात पर रोक लगातार जारी है। मंगलवार को सुनील राठी से मुलाकात के लिए उसके भाई व दो अन्य परिजनों ने जेल प्रशासन से संपर्क किया, लेकिन उन्हें बैरंग लौटा दिया गया।
हत्या के दो मामलों में सजायाफ्ता व 15 अन्य मामलों में आरोपी सुनील राठी को प्रशासनिक आधार पर विगत 14 जुलाई को ही यहां सेंट्रल जेल फतेहगढ़ में शिफ्ट किया गया है। भाजपा विधायक के कत्ल के आरोपी मुन्ना बजरंगी की हत्या के मामले में नाम आने के बाद से राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित सुनील राठी को यहां कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में रखा गया है। सुरक्षा के चलते ही फिलहाल जेल प्रशासन ने सुनील राठी के अलावा इसी जेल में निरुद्ध पूर्वांचल के माफिया सुभाष ठाकुर की मुलाकात पर रोक लगा दी है। मंगलवार को सुनील राठी का भाई, मामा व एक अन्य व्यक्ति ने मुलाकात के लिए जेल प्रशासन से संपर्क किया। मुलाकात पर रोक के चलते जेल प्रशासन ने मुलाकात कराने से इन्कार कर दिया। हालांकि सूत्रों की मानें तो परिजनों द्वारा लाए गए अंडरवियर-बनियान आदि जेल अधिकारियों ने ले लिए हैं।
जानकारी के अनुसार पूर्वांचल का एक बहुबली माफिया भी सुनील राठी से मिलने को बेचैन है। उसने राठी से मुलाकात के लिए 15 जुलाई को ही जेल प्रशासन पर काफी दबाव बनाया। इसी के चलते जेल अधीक्षक ने सुनील राठी व सुभाष ठाकुर की मुलाकात पर रोक लगा दी। पता चला है कि माफिया अब अपने गुर्गों के जरिए जेल में बंद राठी से संपर्क साधने की कोशिश कर रहा है। फिलहाल जेल कर्मी भी सहमे हुए हैं और कोई रिस्क लेने का तैयार नहीं हैं। सेंट्रल जेल में बंद हार्डकोर माफिया के गुर्गों की जेल के आस पास चहल कदमी से जेल प्रशासन भी सतर्क है। विरोधी माफिया के जेल में निरुद्ध होने के चलते जेल के बाहर भी गैंगवार की आशंका जताई जा रही है। माफिया के गुर्गों के जमावड़े के मद्देनजर पर पुलिस जेल गेट पर स्थित एक चाय के होटल पर भी नजर रख रही है। केंद्रीय कारागार के वरिष्ठ अधीक्षक का चार्ज संभाले डीआइजी जेल वीपी त्रिपाठी ने बताया कि सुनील राठी और सुभाष ठाकुर से मुलाकात पर रोक है। यदि इनसे कोई मिलने आया भी होगा तो जेल कर्मियों ने नियमानुसार बाहर से ही मना कर दिया होगा। उन्होंने बताया कि अभी स्थिति पर नजर रखी जा रही है। उच्चाधिकारियों से परामर्श के बाद ही मुलाकात पर रोक समाप्त करने पर विचार किया जाएगा।