चूहे ने गुल कर दी जिला अस्पताल की बिजली
जिला अस्पताल के विद्युत कंट्रोल रूम में केबिल के लिए बने ट्रेंच (नाली) में बरसात का पानी घुसा जाता है जिससे सीटी और वीसीबी पैनल के अंदर नमी पहुंच जाती है। इस नाली से ही चूहे और सांप भी घुस जाते हैं।
जागरण संवाददाता, कन्नौज: जिला अस्पताल की बिजली एक चूहे ने गुल कर दी, जिससे रात भर अंधेरा छाया रहा और मरीजों व तीमारदारों को परेशानी हुई। सुबह जब कंट्रोल रूम में वीसीबी पैनलों को चेक किया गया तो उसमें मरा चूहा निकला। दिन भर कर्मचारी बिजली को ठीक करने में जुटे रहे।
जिला अस्पताल में रात भर बिजली नहीं आई। सुबह तीमारदारों ने अस्पताल के कर्मचारियों को अवगत कराया। इसके बाद इलेक्ट्रीशियन अनुराग ने जब कंट्रोल रूम को चेक किया तो वीसीबी (वैक्यूम सर्किट ब्रेकर) पैनल में मरा हुआ चूहा मिला। इससे सीटी फुंक गई, जिससे जिला अस्पताल और मेटरनिटी विग की बिजली गुल हो गई। लोगों ने बताया कि गुरुवार की शाम को पांच बजे बिजली चली गई थी, इसके बाद रात भर नहीं आई। वार्डों में उमस और गर्मी से लोग परेशान रहे तथा पीने के पानी की भी दिक्कत हुई। शुक्रवार को दिन में भी बिजली न आने से परेशानी रही। केवल ब्लड बैंक के लिए जेनरेटर चलाया गया, जबकि एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, ईसीजी और आपरेशन थियेटर बंद रहे। एसएनसीयू और एनआरसी वार्ड में भर्ती बच्चों को भी परेशानी हुई। ट्रेंच में घुस जाता है पानी
जिला अस्पताल के विद्युत कंट्रोल रूम में केबिल के लिए बने ट्रेंच (नाली) में बरसात का पानी घुसा जाता है, जिससे सीटी और वीसीबी पैनल के अंदर नमी पहुंच जाती है। इस नाली से ही चूहे और सांप भी घुस जाते हैं। 11 हजार वोल्ट का करंट होने की वजह से उसमें फंसकर मर जाते हैं, जिससे फाल्ट हो जाता है। कई बार इस तरह की घटना हो चुकी है, फिर भी कोई प्रबंध नहीं किया गया। अस्पताल के कंट्रोल रूम को दुरुस्त कराने के लिए शासन को पत्र लिखा गया है। जल्द ही यहां स्वतंत्र फीडर बनने के बाद नई मशीनों को स्थापित किया जाएगा।
-अर्जुन रॉय, हॉस्पिटल प्रबंधक