रामनगरिया: चौथी बार बढ़ा गंगा का जलस्तर, परिक्रमा मार्ग के पास पहुंचा पानी
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद पांचालघाट पर लगे रामनगरिया मेले में पिछले 15 दिन के दौरान चौ
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : पांचालघाट पर लगे रामनगरिया मेले में पिछले 15 दिन के दौरान चौथी बार शनिवार रात गंगा का जलस्तर फिर बढ़ गया। सुबह पानी परिक्रमा मार्ग के निकट तक पहुंच गया। पंडा दिन भर श्रमिकों को लगाकर घाट पर स्नान की व्यवस्था करने में जुटे रहे। सोमवार को पौष पूर्णिमा का गंगा स्नान होगा, इसके बावजूद अधूरी तैयारी के चलते पांटून पुल शुरू नहीं हो पाया। मेला के उद्घाटन के लिए पंडाल में फूलों से सजावट की जा रही है।
रामनगरिया मेले में पौष पूर्णिमा का स्नान तड़के शुरू हो जाएगा। पांटून पुल चालू न हो पाने से मुख्य पुल पर दबाव अधिक रहेगा। रात दो बजे के बाद गंगा का जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया था। घाटों पर सो रहे पंडों ने तख्त तो पीछे खींच लिए, लेकिन घाट पर पानी भरने से दिक्कत आ गई। घाट पर बैठे बाबूराम औदीच्य व बसंत लाल औदीच्य ने बताया कि पानी लगातार बढ़ने से खर्च अधिक हो गया। दो हजार रुपये की बालू डलवा चुके हैं। इसी तरह पानी बढ़ा तो परिक्रमा मार्ग भी डूब जाएगा। पांटून पुल का काम अभी काफी अधूरा है। अब करीब तीन पीपे और बढ़ाने पड़ेंगे। पौष पूर्णिमा के गंगा स्नान के मद्देनजर घाटों पर पुलिस को सतर्क कर दिया गया है। हालांकि मेला क्षेत्र में वाच टावरों का निर्माण नहीं हो सका है। नहीं कटेगा उद्घाटन का फीता, हवन में संत आमंत्रित
मेला सचिव सिटी मजिस्ट्रेट दीपाली भार्गव ने दोपहर को संत समिति के अध्यक्ष महंत सत्यगिरि से उनके क्षेत्र में जाकर भेंट की। संत समिति के अध्यक्ष ने बताया कि उन्हें मेला में हवन के लिए आमंत्रित किया गया है। अधिकारियों के आने पर अभी संशय है। मेला व्यवस्थापक संदीप दीक्षित ने बताया कि डीएम, एसपी यदि उपलब्ध होंगे तो हवन-पूजन में शामिल रहेंगे। गंगा आरती व दीपदान होगा, उद्घाटन का फीता नहीं कटेगा। इस बार प्रदर्शनी भी खाली पड़ी है। मेला के शुभारंभ के लिए फूलों से सजावट की जा रही है। पेयजल समस्या से कल्पवासी परेशान
संत समिति के अध्यक्ष महंत सत्यगिरि ने कहा कि मेले में पानी की बड़ी किल्लत है। पुराने हैंडपंप लगा दिए गए हैं, जो खराब हैं। उन्होंने मेला प्रशासन से नए हैंडपंप लगवाने के लिए कहा है। गत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष कल्पवासियों की संख्या बढ़ी है।