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हैंडग्रेनेड के मामले में सेना की मदद लेगी पुलिस

शहर के गंगा नदी किनारे मिले दो हैंडग्रेनेड के मामले में पुलिस सेना की मदद से राज फाश करेगी। अभी तक चार बार हैंडग्रेनेड मिल चुके हैं लेकिन पर्दाफाश नहीं हो सका कि आखिरकार बम आ कहां से रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Mon, 11 Nov 2019 06:31 PM (IST)Updated: Tue, 12 Nov 2019 06:23 AM (IST)
हैंडग्रेनेड के मामले में सेना की मदद लेगी पुलिस
हैंडग्रेनेड के मामले में सेना की मदद लेगी पुलिस

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : शहर के गंगा नदी किनारे मिले दो हैंडग्रेनेड के मामले में पुलिस सेना की मदद से राजफाश करेगी। अभी तक चार बार हैंडग्रेनेड मिल चुके हैं, लेकिन पर्दाफाश नहीं हो सक है।

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शहर कोतवाली क्षेत्र के पांचाल घाट स्थित धीमरपुरा गांव के निकट गंगातट पर रविवार दोपहर दो हैंडग्रेनेड मिले थे। पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि हैंडग्रेनेड पर जो नंबर पड़ा है। उस नंबर के जरिए हैंडग्रेनेड के बारे में जानकारी जुटाएंगे। सेना की मदद लेने के लिए स्टेशन कमांडर को पत्र लिखा है। उन्होंने बताया कि शहर में चार बार हैंडग्रेनेड मिल चुके हैं। अभी तक जांच में यह स्पष्ट नहीं हो सका कि आखिरकार यह कहां से लाए गए। सेना की मदद से ही राजफाश हो सकेगा। किसी पूर्व सैनिक ने तो नहीं फेंके हैंडग्रेनेड!

शहर के मसेनी, लोको रोड, जेएनवी रोड, भोलेपुर नगला दीना आदि मोहल्लों में पूर्व सैनिक मकान बनवाकर रह रहे हैं। पाकिस्तान से हुए युद्धों के दौरान कई पूर्व सैनिक अधिकारियों से छिपाकर मोर्चे से हैंडग्रेनेड घरों को ले आए थे। उनमें से अधिकांश पूर्व सैनिक अब या तो दिवंगत हो चुके हैं या काफी वृद्ध हैं। ऐसे में पूर्व सैनिकों परिजन भी इन पुराने हैंडग्रेनेड से छुटकारा पाने के लिए भी इन्हें कहीं फेंक सकते हैं।


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