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बाल अपराध रोकने को स्कूलों में कक्षाएं लगाएगी पुलिस

बाल अपराध रोकने के लिए सरकार ने नई पहल की है। स्टूडेंट पुलिस कैडेट (एसपीसी) कार्यक्रम के तहत स्कूलों में पुलिस कर्मी कक्षाएं लगाकर बच्चों को जागरूक करेंगे। जिस पर बाल अपराध की घटनाएं रुक सकें। इस संबंध में पुलिस महानिदेशक ने आदेश दिए हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 19 Apr 2019 10:51 PM (IST)Updated: Sat, 20 Apr 2019 06:12 AM (IST)
बाल अपराध रोकने को स्कूलों में कक्षाएं लगाएगी पुलिस
बाल अपराध रोकने को स्कूलों में कक्षाएं लगाएगी पुलिस

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : बाल अपराध रोकने के लिए सरकार ने नई पहल की है। स्टूडेंट पुलिस कैडेट (एसपीसी) कार्यक्रम के तहत स्कूलों में पुलिस कर्मी कक्षाएं लगाकर बच्चों को जागरूक करेंगे। जिस पर बाल अपराध की घटनाएं रुक सकें। इस संबंध में पुलिस महानिदेशक ने आदेश दिए हैं।

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बाल यौनाचार रोकथाम, छात्र, छात्राओं की सुरक्षा को लेकर अपर पुलिस महानिदेशक (अपराध) ने आदेश जारी कर कहा कि बच्चों एवं नवयुवकों में ड्रग एब्यूज, बाल योनाचार के अलावा गंभीर अपराध, बुराईयों के प्रति किशोरावस्था के विद्यार्थियों में जागरूकता पैदा कर उनकी रोकथाम करने तथा छात्र छात्राओं को सुरक्षा और शांति के प्रति जागरूक कर उनमें आत्मबल पैदा करने के उद्देश्य से एसपीएस स्टूटेंड पुलिस कैडेट योजना के क्रियान्वयन के लिए समिति का गठन किए जाने के आदेश दिए हैं। स्टूडेंट पुलिस कैडेट कार्यक्रम के तहत पुलिस कर्मी अपराध की रोकथाम और नियंत्रण करना, टीम भावना से काम, बुर्जुगों का आदर, सहानभूति और सहनशीलता, धैर्य, टीम भावना के साथ काम करना व अनुशासन का पालन करने के बारे में कक्षा आठ, कक्षा नौ के छात्र छात्राओं को जागरूक किया जाएगा। मानवता, सामाजिक गतिविधियों के साथ जोड़कर उन्हें समाज के लिए उपयोगी नागरिक बनने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। कक्षा नौ पास करने के बाद छात्राओं के कैंप लगवाए जाएंगे। उन्होंने प्रशिक्षण में कितना सीखा, इस बारे में उनसे पूछा जाएगा। पुलिस अधीक्षक डा. अनिल मिश्रा ने बताया कि उन्होंने सभी थानेदारों से पुलिस कर्मियों के नाम मांगे हैं, जिससे उनकी समिति बनाने के बाद वह लोग संबंधित स्कूलों में कक्षाएं लगा सके।


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