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चिकित्सक से पुलिस ने की बदसलूकी, विरोध में इमरजेंसी सेवा ठप

लोहिया अस्पताल से ड्यूटी कर घर जा रहे जनरल सर्जन

By JagranEdited By: Published: Thu, 26 Mar 2020 11:07 PM (IST)Updated: Fri, 27 Mar 2020 06:00 AM (IST)
चिकित्सक से पुलिस ने की बदसलूकी, विरोध में इमरजेंसी सेवा ठप

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : लोहिया अस्पताल से ड्यूटी कर घर जा रहे जनरल सर्जन को रोककर सीओ सिटी ने अभद्रता कर दी। विरोध में डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी हड़ताल पर चले गए। चिकित्सकों ने आपातकालीन सेवाएं भी बंद कर हंगामा शुरू कर दिया। समझाने पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट से डॉक्टरों की नोकझोंक हो गई। हालांकि बाद में एडीएम और एएसपी की मौजूदगी में सीओ ने माफी मांगकर अपनी गलती स्वीकार कर ली। उसके बाद चिकित्सक शांत हुए और काम शुरू किया।

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शहर कोतवाली के मोहल्ला खैराती खां निवासी डॉ. इमरान अली लोहिया अस्पताल में संविदा पर जनरल सर्जन हैं। गुरुवार दोपहर वह ड्यूटी कर कार से घर जा रहे थे। लालदरवाजे पर सीओ सिटी मन्नीलाल गौड़ ने उनकी कार रोक ली और पास मांगने लगे। चिकित्सक ने कोरोना वायरस रैपिड रेस्पॉन्स टीम में शामिल होने की जानकारी देकर अपना परिचय पत्र दिखाया। चिकित्सक का आरोप है कि सीओ ने उनसे अभद्रता कर चालान की धमकी दी। चिकित्सक की सूचना पर अस्पताल के सभी डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी एकजुट होकर हड़ताल पर चले गए। शहर कोतवाल वेदप्रकाश पांडेय ने अस्पताल पहुंचकर सीओ की ओर से माफी मांगी, लेकिन चिकित्सक नहीं माने। इसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट अशोक कुमार पहुंचे। सिटी मजिस्ट्रेट की तीखी प्रतिक्रिया से डॉक्टर आक्रोशित हो गए। उनकी सिटी मजिस्ट्रेट से तीखी नोकझोंक हो गई। अपर जिलाधिकारी विवेक श्रीवास्तव, एएसपी त्रिभुवन सिंह ने अस्पताल पहुंचकर डॉक्टरों को समझाने का प्रयास किया। एडीएम ने माफी मांगी, लेकिन डॉक्टर सीओ द्वारा माफी मांगे जाने पर अड़ गए। इसके बाद सीओ सिटी को बुलाया गया। सीओ के माफी मांगे जाने पर चिकित्सक मान गए और दो घंटे बाद हड़ताल खत्म कर काम शुरू किया। सीओ सिटी मन्नीलाल गौड़ ने बताया कि उन्होंने चिकित्सक से पास मांगा था, अभद्रता नहीं की थी। गुस्साए सर्जन ने फाड़कर फेंकी किट

सर्जन डॉ. गौरव मिश्रा ने गुस्से में आकर अपनी किट फाड़ कर फेंक दी। गुस्सा देखकर सिटी मजिस्ट्रेट बैकफुट पर आ गए। चिकित्सकों ने एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा एक वरिष्ठ चिकित्सक को जेल जाने की धमकी देने की जानकारी दी। इस दौरान सीएमएस डॉ. अशोक कुमार, प्रशासनिक सीएमएस डॉ. राजेश तिवारी, प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ के अध्यक्ष डॉ. बीके दुबे, डॉ. प्रदीप कुमार, डॉ. प्रज्ञा मिश्रा, डॉ. दीपक तिवारी, डॉ. अभिषेक चतुर्वेदी, डॉ. श्रेय खंडूजा, फार्मासिस्ट जितेंद्र सिंह, संजीव कुमार, ब्रजेश कुमार, ऋषि गोपाल तिवारी आदि स्वास्थ्य कर्मचारी मौजूद रहे। बगैर इलाज के लौटे मरीज

हड़ताल से इमरजेंसी से कुछ मरीज बगैर इलाज के लौट गए। अमृतपुर के कोला सोता निवासी मुनिपाल जाटव, बेटी कंचन को लेकर अस्पताल आए थे। कंचन के बिग्गो पड़ ही पाई थी, तब तक हड़ताल हो गई। जिससे मुनिपाल को ही बोतल लेकर बेटी को वार्ड तक ले जाना पड़ा। राजेपुर के कड़क्का निवासी देशमुख को समय पर इलाज नहीं मिल सका।


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