अहमदबाद एक्सप्रेस ट्रेन से यात्री का बैग चोरी, मुकदमा
अहमदाबाद-लखनऊ एक्सप्रेस ट्रेन से मंगलवार को यात्री का बैग चोरी चला गया। उसमें लैपटाप मोबाइल नगदी व अन्य कागजात रखे थे। बुधवार को यात्री ने जीआरपी थाने आकर तहरीर दी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। उन्होंने खुद को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का भतीजा बताया। उनकी पैरवी में सदर विधायक भी थाने पहुंचे। इसके बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता समझी और जांच शुरू कर दी। सीसी कैमरे की फुटेज में संदिग्ध युवक बैग ले जाते दिख रहा है।
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : खुद को गृहमंत्री अमित शाह का भतीजा बता रहे युवक का बैग अहमदाबाद-लखनऊ एक्सप्रेस से चोरी हो गया। उसमें लैपटॉप, मोबाइल, नकदी व अन्य कागजात थे। बुधवार को उनकी तहरीर पर जीआरपी थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। उनकी पैरवी में सदर विधायक भी थाने पहुंचे। मामले की गंभीरता भांप कर पुलिस जांच में जुटी है। सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध युवक बैग ले जाते दिख रहा है।
अहमदाबाद के थाना सेटेलाइट क्षेत्र की 26/ए दिव्य शक्ति सोसायटी, उमा महादेव रोड निवासी अश्विन भाई शाह के पुत्र विराज मंगलवार को अहमदाबाद-लखनऊ एक्सप्रेस ट्रेन के कोच संख्या बी-2 की सीट नंबर 55 पर यात्रा कर रहे थे। उन्हें लखनऊ जाना था। फर्रुखाबाद से ट्रेन रवाना होने के कुछ देर बाद आंख खुली तो उनका एक बैग गायब था। बैग में लैपटॉप, 12,500 रुपये, मोबाइल अंतर्राष्ट्रीय पासपोर्ट, ड्राइविग लाइसेंस, वोटर आइडी, आधार कार्ड, पासबुक, एटीएम, क्रेडिट कार्ड आदि रखे थे। सीट नंबर 39 पर यात्रा कर रहे गुजरात के ही रहने वाले एक यात्री ने उन्हें बताया कि 40 नंबर सीट पर यात्रा कर रहा युवक फर्रुखाबाद रेलवे स्टेशन पर उतरा था। वह उनका बैग ले गया। विराज बुधवार को जीआरपी थाने आए और खुद को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का भतीजा बताया। कुछ देर बाद सदर विधायक मेजर सुनीलदत्त द्विवेदी भी थाने पहुंचे। इसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर प्लेटफार्म नंबर पांच पर लगे सीसीटीवी के फुटेज खंगाले जिसमें एक युवक पीठ पर लैपटॉप बैग व हाथ में एक बैग ले जाते दिखा। विराज ने अपना बैग पहचान लिया। युवक का फोटो साफ नहीं है। जीआरपी थाना प्रभारी विजय कुमार ने बताया कि बैग बरामदगी का पूरा प्रयास किया जा रहा है।
महेसाना जंक्शन से तत्काल में हुआ था संदिग्ध का रिजर्वेशन
जांच में पता चला कि कोच नंबर बी-2 की 40 नंबर सीट का रिजर्वेशन सुरजीत नाम से कराया गया था। यह रिजर्वेशन गुजरात के महेसाना जंक्शन से तत्काल में हुआ था। पुलिस रिजर्वेशन फार्म की तलाश करेगी। उसमें यात्री का पता दर्ज होने की संभावना है।
जीआरपी लखनऊ ने बैरंग लौटाया
ट्रेन के लखनऊ पहुंचने पर विराज ने जीआरपी थाने में सूचना दी थी। वहां से उन्हें फर्रुखाबाद जाने की सलाह दे टरका दिया गया। यह जानकारी विराज ने स्वयं जीआरपी थाने में पुलिस कर्मियों को दी।