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नन्ने-मुन्ने दुकानदार : माल बिके तो उनकी दीपावली हो रोशन

संवाद सहयोगी, कायमगंज : त्योहार के रौनक भरे बाजारों में फुटपाथ पर मिट्टी के दीपक व डलिया

By JagranEdited By: Published: Wed, 07 Nov 2018 04:54 PM (IST)Updated: Wed, 07 Nov 2018 04:54 PM (IST)
नन्ने-मुन्ने दुकानदार : माल बिके तो उनकी दीपावली हो रोशन

संवाद सहयोगी, कायमगंज : त्योहार के रौनक भरे बाजारों में फुटपाथ पर मिट्टी के दीपक व डलिया में रुई बेचते निर्धन बच्चों के लिए दीपावली की खुशियां इसी बात में हैं कि शाम तक माल बिकने पर कुछ रुपयों का जुगाड़ हो जाएगा।

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दीपावली पर रुई भरी डलिया गले में लटकाये रुई लेओ-रुई लेओ की आवाजें लगाते हुए बाजारों में चक्कर लगा रहे बच्चों ने बताया कि दीपक में जलाने के लिए बत्तियां बनाने को रुई बेच रहे हैं। धुनका मशीन वाले से 50 रुपये की रुई खरीद लाते हैं। जो फुटकर में 100 से 150 रुपये तक की बिक जाती है। शाम तक अगर पूरा माल बिक जाए तो करीब 150 से 200 रुपये पैदा हो जाएंगे। कलेंडर व मिट्टी के दीपक बेचने वाले बच्चे भी इसी आशा में फुटपाथ की दुकानों पर डटे रहे, ताकि दीपक बिके तो उनकी दीपावली भी रोशन हो।


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