मरीजों की उमड़ी भीड़, सारे नियम हुए तार-तार
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद कोविड-19 से बचाव को नियम बनाए गए लेकिन यह नियम लोहिया अस्पताल
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : कोविड-19 से बचाव को नियम बनाए गए, लेकिन यह नियम लोहिया अस्पताल में मायने नहीं रखते। चिकित्सक को पहले दिखाने के चलते मरीजों में धक्का-मुक्की होती है, जिससे हंगामा हो जाता है। शुक्रवार को कुछ ऐसा ही नजारा अस्पताल में देखने को मिला।
कोरोना के प्रकोप के मद्देनजर सरकारी अस्पतालों की ओपीडी बंद कर दी गईं थी, लेकिन लोहिया महिला अस्पताल में 25 अप्रैल से ओपीडी शुरू कर मरीजों को परामर्श दिया जाने लगा। हालांकि पहले जहां 1500 से अधिक मरीज परामर्श लेने आते थे, अब मरीजों की संख्या घटकर 120 से 140 पर पहुंच गई है। कोरोना से बचाव को शारीरिक दूरी और मास्क लगाने के नियम बनाए गए। इसके बावजूद कुछ लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। शुक्रवार को महिला अस्पताल में मरीजों की भीड़ उमड़ी, चिकित्सक को पहले दिखाने के चलते मरीज आपस में ही धक्का मुक्की करने लगे। यहां पर शारीरिक दूरी मजाक बनकर रह गई। जब सीएमएस डॉ. कैलाश दुल्हानी की नजर पड़ी तो उन्होंने मरीजों की लाइन लगवाकर उन्हें दूर-दूर खड़ा कराया। यही स्थिति पुरुष अस्पताल के फिजीशियन कक्ष में देखने को मिली। यहां पर शारीरिक दूरी का मजाक बनाया गया। कुछ मरीज तो बगैर मास्क के लाइन में लगे हुए थे। उन्हें किसी ने टोका भी नहीं।