तीन सिपाहियों की लाइन हाजिरी पर माने लेखपाल
लेखपाल आशुतोष पांडेय से मारपीट के आरोप में शहर कोतवाली के जीप चालक दिनेश तिवारी सिपाही रामनरेश यादव व सुमित कुमार को लाइन हाजिर किए जाने का आश्वासन एसडीएम सदर अनिल कुमार व अमृतपुर के सीओ राजपाल सिंह ने सोमवार दोपहर बाद तहसील सदर आकर धरने पर बैठे लेखपालों को दिया। संपूर्ण प्रकरण की जांच कराने का भी भरोसा दिलाया। इसी के बाद लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष सैदमीर खां व महामंत्री अजीत दुबे ने आंदोलन समाप्त कर दिया।
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : लेखपाल आशुतोष पांडेय से मारपीट के बाद रविवार को लेखपालों ने कोतवाली पहुंच कर हंगामा किया था। देर रात तक चली समझौता वार्ता विफल होने पर लेखपालों ने सोमवार को हड़ताल कर तहसील सदर परिसर में धरना दे दिया। एसडीएम सदर अनिल कुमार व अमृतपुर के सीओ राजपाल सिंह ने दोपहर बाद धरने पर बैठे लेखपालों से वार्ता कर आरोपित शहर कोतवाली के जीप चालक दिनेश तिवारी, सिपाही रामनरेश यादव व सुमित कुमार को लाइन हाजिर किए जाने का आश्वासन दिया और संपूर्ण प्रकरण की जांच कराने का भरोसा दिलाया। इसी के बाद लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष सैदमीर खां व महामंत्री अजीत दुबे ने आंदोलन समाप्त कर दिया।
लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष व महामंत्री के नेतृत्व में लेखपाल सुबह ही तहसील पहुंच गए। धरनास्थल पर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। लेखपालों ने तय किया कि वह लोग जिला मुख्यालय जाकर जिलाधिकारी को ज्ञापन देंगे। दोपहर बाद एसडीएम सदर व सीओ अमृतपुर तहसील पहुंचे। दोनों अधिकारियों ने लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष, महामंत्री व रजिट्रार कानूनगो विवेक पांडेय, अजय शुक्ला आदि से तहसीलदार कार्यालय में बात की। इसके बाद दोनों अधिकारियों ने धरना स्थल पर आकर कोतवाली के जीप चालक दिनेश तिवारी, सिपाही रामनरेश यादव व सुमित कुमार को लाइन हाजिर कर पूरे प्रकरण की जांच कर कड़ी कार्रवाई कराने का आश्वासन दिया। सीओ ने लेखपालों से कहा कि पुलिस हमेशा सहयोग में है। फिर भी यदि गलतफहमी में पुलिस से पीड़ा हुई तो वह खेद व्यक्त करते हैं। इसी के बाद लेखपाल संघ जिलाध्यक्ष व महामंत्री ने धरना समाप्त कर काम पर लौटने की घोषणा कर दी। पता चला कि कोतवाली प्रभारी वेदप्रकाश पांडेय ने भी पीड़ित लेखपाल को गले लगाकर गलतफहमी दूर कर ली। जानकारी के अनुसार जांच में जीप चालक को राहत मिलने की उम्मीद है। पता चला है कि घटना के समय एक अन्य सिपाही की भूमिका थी। उससे पूछताछ होगी।