अध्यात्म की गंगा में कल्पवासी लगा रहे डुबकी
मेला श्री रामनगरिया में धर्म व अध्यात्म की गंगा बह रही है। जगह-जगह चल रही कथाओं में कल्पवासी पूरी तन्मयता के साथ बैठकर कथा का श्रवण कर रहे हैं। भंडारे के आयोजन भी शुरू हो गए हैं। नित्य गंगा स्नान कर कल्पवासी भक्ति में डूबकर अनुशासित जीवन जी रहे हैं। साधुसंत कुटियों को सजाने में लगे हैं। वहीं मेला क्षेत्र में अभी भी तैयारियां चल रही हैं।
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : मेला श्री रामनगरिया में धर्म व अध्यात्म की गंगा बह रही है। जगह-जगह चल रही कथाओं में कल्पवासी पूरी तन्मयता के साथ बैठकर कथा का श्रवण कर रहे हैं। भंडारे के आयोजन भी शुरू हो गए हैं। नित्य गंगा स्नान कर कल्पवासी भक्ति में डूबकर अनुशासित जीवन जी रहे हैं। साधुसंत कुटियों को सजाने में लगे हैं। वहीं मेला क्षेत्र में अभी भी तैयारियां चल रही हैं।
पांचाल घाट पर लगे मेला श्री रामनगरिया में सुबह होते ही गंगा मइया के जयकारे लगने शुरू हो जाते हैं। श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा, सोमवारपुरी क्षेत्र के अलावा अन्य क्षेत्रों में बने पंडालों में प्रतिदिन कथाएं होना शुरू हो गई हैं। कासगंज क्षेत्र में कृष्णस्वरूप ब्रह्मचारी की स्मृति में भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें साधुसंतों ने भाग लिया। रामस्वरूप ब्रह्मचारी उर्फ राकेशदास, वेदप्रकाश व शिवराम सिंह ने व्यवस्था संभाली। श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा में श्री सत्यगिरि महाराज की कुटिया को संत रामगिरि फूलमाला से सजा रहे थे। मनोरंजन क्षेत्र में झूले आदि लग रहे थे तो सांस्कृतिक पंडाल में भी काम चल रहा था। कोई कल्पवासी धूप में बैठकर माला जप रहा था तो कोई रजाई ओढ़कर झोपड़ी के अंदर बैठा था। हद से बाहर दुकानें लगाने पर पुलिस ने दी चेतावनी
मेला क्षेत्र में दुकानदारों को दुकानें लगाने के लिए सड़क से दस फीट अंदर जगह दी है, लेकिन सीढ़ी संख्या एक व दो के पास दुकानदार दस फीट से आगे दुकानें लगाए हैं। इसकी जानकारी मिलने पर मेला की थाना पुलिस मौके पर पहुंची और दस फीट से आगे दुकानें लगाए लोगों की दुकानें हटवाईं। साथ ही चेतावनी दी कि हद से बाहर अगर दुकानें लगाईं तो कार्रवाई की जाएगी। मेला प्रभारी रामबाबू ने बताया कि हद से बाहर किसी भी दुकानदार को दुकानें नहीं लगाने दी जाएंगी।