डीएपी की आस में इफको केंद्र पर सुबह अंधेरे से ही लाइन लगा लेते हैं किसान
- भीड़ में मौजूद किसानों ने बताया कि किसी सहकारी समिति पर नहीं मिल रही डीएपी - एक सहक
- भीड़ में मौजूद किसानों ने बताया कि किसी सहकारी समिति पर नहीं मिल रही डीएपी
- एक सहकारी समिति पर डीएपी आई तो उसे समिति के सदस्यों को ही दिया गया
संवाद सहयोगी, कायमगंज : इफको के खाद बिक्री केंद्र खुलने से पहले ही डीएपी की आस में किसान बंद शटर को बाहर ही लाइन लगाकर खड़े हो जाते हैं। जिससे केंद्र खुलने पर उनका नंबर स्टाक खत्म होने से पहले ही आ जाए।
गेहूं व तंबाकू की बोआई के लिए जरूरत के दौरान डीएपी खाद की किल्लत से परेशान किसान डीएपी खाद मिलने की आस में क्षेत्र के एकमात्र इफको केंद्र के खुलने के पहले ही लाइन लगाकर खड़े हो जाते हैं। इफको केंद्र खुलने का समय सुबह 10 बजे से सायं 5.30 बजे तक का है, लेकिन किसान सुबह अंधेरे ही लाइन में लगे नजर आते हैं। बुधवार सुबह आठ बजे तक वहां बंद शटर के बाहर खचाखच भीड़ लगी थी। हालांकि काम की अधिकता के मद्देनजर केंद्र संचालक रोहित सोलंकी व अन्य कर्मचारी साढ़े आठ बजे मौजूद मिले व केंद्र के कार्यालय में हिसाब मिलान व अन्य कागजी कार्रवाई में लगे थे। सुबह करीब 9 बजे खाद वितरण शुरू कर दिया गया। दोपहर करीब 12 बजे तक खाद वितरण चला। इसके बाद ई-पोस मशीन खराब हो गई। जिससे वितरण बंद हो गया। भीड़ में मौजूद किसानों ने बताया कि किसी सहकारी समिति पर डीएपी नहीं मिल रही है। एक सहकारी समिति पर डीएपी आई थी, उसे समिति के सदस्यों को ही दिया गया। सामान्य किसानों को डीएपी नहीं मिल रही है। इफको केंद्र पर भीड़ होने के कारण नंबर ही नहीं आया, गुरुवार को फिर लाइन में लगना होगा। केंद्र संचालक रोहित सोलंकी ने बताया कि ई-पोस मशीन खराब हो जाने से लगभग एक सौ बोरी डीएपी का वितरण हो सका है। अभी उनके पास स्टाक में करीब 275 बोरी डीएपी है। जिसका गुरुवार को वितरण हो सकेगा। शुक्रवार तक और भी स्टाक आने की संभावना है।
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समिति पर खाद न मिलने से बोआई प्रभावित, किसान परेशान
संवाद सहयोगी, अमृतपुर : साधन सहकारी समिति में डीएपी खाद न होने से किसान परेशान हैं। खाद न मिलने से गेहूं व आलू की बोआई प्रभावित हो रही है।
क्षेत्र में आलू व गेहूं की बोआई का कार्य तेजी से हो रहा है। साधन सहकारी समिति अमृतपुर में पांच दिन से खाद नहीं है। जिससे गेहूं व आलू की बोआई प्रभावित हो रही है और किसान खाद को लेकर परेशान है। बेमौसम बरसात उसके बाद आई गंगा और रामगंगा की बाढ़ का पानी खेतों में भर जाने से फसलें खराब हो गई और बोआई बाधित हो गई। अब खाद की किल्लत से बोआई प्रभवित हो रही है।अमृतपुर क्षेत्र में आलू की बोआई होने से अधिक डीएपी खाद की जरूरत होती है। साधन सहकारी समिति के सचिव रवि दीक्षित बताते हैं कि डीएपी खाद की डिमांड भेजी गई है। समिति पर डीएपी व एनपीके चार हजार से अधिक बोरी किसानों को बिक्री की गई हैं।