आवास अधूरे, इज्जत घर भी नहीं बने
संवाद सूत्र, मोहम्मदाबाद : जनपद ओडीएफ हो जाने के बावजद ग्रामीण क्षेत्र में अधिकांश महिलाएं व पु
संवाद सूत्र, मोहम्मदाबाद : जनपद ओडीएफ हो जाने के बावजद ग्रामीण क्षेत्र में अधिकांश महिलाएं व पुरुष खेत में शौच जाते हैं। जहां इज्जत घर बने हैं, वहां गड्ढे नहीं खोदे गए। घटिया निर्माण सामग्री लगाए जाने से कई इज्जत घरों का उपयोग नहीं हो पा रहा है। प्रधानमंत्री आवास अधूरे पड़े हैं। मिनी सचिवालय पर ग्रामीण ने कब्जा कर रखा है।
ग्राम पंचायत भरतपुर में मीनू का प्रधानमंत्री आवास अधूरा पड़ा है। गीतानंद का आवास 2017-18 में बना है। इज्जत घर अब तक नहीं बने हैं, जिससे इनके परिवार के सभी लोग खेतों में शौच जाते हैं। अलावलपुर निवासी प्रधानमंत्री आवास की लाभार्थी मनीषा देवी, हंसा देवी, मंथल देवी के आवास पूर्ण हो गए, लेकिन इज्जत घर नहीं बने। लाभार्थियों ने बताया कि ब्लाक के चक्कर लगाते रहे, लेकिन इज्जत घर नहीं बन सके। ग्राम पंचायत भरतपुर में लाखों की लागत से बने मिनी सचिवालय पर गांव के अशोक कठेरिया के साले रामखिलाड़ी कब्जा जमाए हैं। वह परिवार समेत यहीं रहते हैं और परिसर में कमरों में मवेशी भी बांध रखे हैं। सचिवालय के कमरों की खिड़कियां भी टूट गयी हैं।
ग्राम पंचायत अधिकारी अमित शुक्ला ने बताया कि इज्जत घरों के लिए लिस्ट गयी है। 15 फरवरी तक बजट आने की उम्मीद है। उसके बाद टूटे हुए शौचालयों का निर्माण होगा। मिनी सचिवालय पर अगर कब्जा है तो उसे शीघ्र ही हटवाया जाएगा।