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दिल्ली व लखनऊ से आई स्वास्थ्य टीम ने जिले में डाला डेरा

जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद प्रधानमंत्री ने भारत को 2025 तक टीबी मुक्त करने आह्वान किया है। इसी को देखते हुए हर तीन माह में टीबी रोगी खोज अभियान चलाया जा रहा है। ताकि कोई रोगी इलाज से वंचित न रह जाए। इसी के मद्देनजर प्रदेश व केंद्र से दो अलग-अलग स्वास्थ्य टीमों ने जिले में डेरा डाल दिया है। 19 सितंबर तक टीमें जिले में रहकर कार्यक्रम की समीक्षा व निरीक्षण कर रिपोर्ट बनाकर जिलाधिकारी को देंगे। टीम को लेकर विभाग में हलचल मची रही। टीम ने स्थानीय अधिकारियों व कर्मचारियों की मदद नहीं ली। जिले में क्षय रोग के कितने मरीज मिले क्या इलाज किया गया और कितने मरीजों को धनराशि दी गई। चलाए गए अभियान में कितना बजट खर्च हुआ।

By JagranEdited By: Published: Mon, 16 Sep 2019 10:37 PM (IST)Updated: Tue, 17 Sep 2019 06:31 AM (IST)
दिल्ली व लखनऊ से आई स्वास्थ्य टीम ने जिले में डाला डेरा
दिल्ली व लखनऊ से आई स्वास्थ्य टीम ने जिले में डाला डेरा

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : प्रधानमंत्री ने भारत को 2025 तक टीबी मुक्त करने आह्वान किया है। इसी को देखते हुए हर तीन माह में टीबी रोगी खोज अभियान चलाया जा रहा है। ताकि कोई रोगी इलाज से वंचित न रह जाए। इसी के मद्देनजर प्रदेश व केंद्र से दो अलग-अलग स्वास्थ्य टीमों ने जिले में डेरा डाल दिया है। 19 सितंबर तक टीमें जिले में रहकर कार्यक्रम की समीक्षा व निरीक्षण कर रिपोर्ट बनाकर जिलाधिकारी को देंगे। टीम को लेकर विभाग में हलचल मची रही। टीम ने स्थानीय अधिकारियों व कर्मचारियों की मदद नहीं ली।

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जिले में क्षय रोग के कितने मरीज मिले, क्या इलाज किया गया और कितने मरीजों को धनराशि दी गई। चलाए गए अभियान में कितना बजट खर्च हुआ। इन मामलों की समीक्षा और सामुदायिक स्वास्थ्य केद्रों का निरीक्षण करने को सोमवार को लखनऊ व दिल्ली से आई स्वास्थ्य टीम ने डेरा डाल दिया है। पहले दिन टीम ने कमालगंज, कायमगंज आदि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्थाओं को देखा। सीएमओ डॉ.चंद्रशेखर ने बताया कि टीबी, संचारी रोग कार्यक्रम की समीक्षा करने टीमें आई हैं। टीम में शामिल कुछ अधिकारी सोमवार को आ गए हैं, कुछ मंगलवार को आ जाएंगे। जिला क्षय रोग अधिकारी डा.सुनील मल्होत्रा ने बताया कि राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत राज्य स्तरीय आंतरिक मूल्यांकन के संबंध स्वास्थ्य महानिदेशक द्वारा अधिकारियों को नामित किया गया है। टीम में शामिल हैं यह अधिकारी

एसटीडीसी स्टेट टीबी सेल, स्वास्थ्य भवन लखनऊ के निदेशक डा. शैलेंद्र भटनागर, बरेली के रीजनल ट्रेनिग प्रोग्राम मैनेजमेंट ऑफीसर नरेंद्र कुमार, मुजफ्फरनगर के क्षय रोग अधिकारी, खीरी के उप क्षय रोग अधिकारी डॉ. अनिल गुप्ता, सहायक कार्यक्रम अधिकारी बनवारी लाल, टेक्निकल ऑफिसर अश्वनी कुमार पंकज, केजीएमयू लखनऊ के टेक्निकल ऑफिसर प्रोक्योरमेंट एंड लॉजिस्टिक राजन कुमार, स्टेट टीबी सेल डाटा एनालिस्ट सुनील कुमार कौशल, राज्य लेखाकार पलक खन्ना, स्टेट पीपीएम टीबी सेल के आदर्श श्रीवास्तव, आइइसी अधिकारी जिया फातिमा, जीत प्रोडेक्ट के आपरशन्स मैनेजर शैलेंद्र कुमार के अलावा राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी द्वारा नामित सदस्य, एसटीएफ के सदस्य, एसटीडीसी के सदस्य, माइक्रोबायोलाजिस्ट आइआरएल, विश्व स्वास्थ्य संगठन सलाहाकार के दो सदस्य।


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