GST Theft : जीएसटी चोरी के मास्टरमाइंड जुबैर समेत दो गिरफ्तार; पुलिस ने कोर्ट में किया पेश, भेजे गए जेल
UP News महेसरिया फर्म का मालिक एक मजदूर है। उसके आधार कार्ड पेन कार्ड व अन्य प्रपत्रों की कापियां लेकर जुबैर खान व उसके सहयोगी गुड़मंडी निवासी रामनरेश ने उसका दुरुपयोग कर फर्म बनाई थी। जिससे करोड़ों का कारोबार किया गया।
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : फर्जी तंबाकू फर्म के जरिए जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) चोरी करने के मुख्य सरगना समेत दो को स्पेशल आपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने उठाकर पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने पूछताछ के बाद आरोपितों को न्यायालय में पेश किया। वहां से दोनों को जेल भेज दिया गया। वह करीब आठ माह से फरार चल रहे थे।
सितंबर 2022 से चल रहा था फरार, पुलिस कर रही थी तलाश
विगत वर्ष सितंबर में जीएसटी एसटीएफ की 11 टीमों ने कायमगंज में तंबाकू कारोबार में जीएसटी चोरी के बड़े स्कैंडल की सूचना पर छापामारी की थी। छापेमारी के दौरान 15 करोड़ के अघोषित माल के राजफाश और एक फर्म से 88 लाख रुपये बरामद किए गए थे।
कार्रवाई में जीएसटी में रजिस्टर्ड फर्जी फर्में उजागर हुई थीं। मामले में वाणिज्य कर अधिकारी सचल दल द्वितीय वीरेंद्र उपाध्याय ने दो सितंबर 2022 को कायमगंज कोतवाली में जीएसटी चोरी के मास्टरमाइंड मुहल्ला गढ़ी निवासी जुबैर खान, गुड़मंडी निवासी रामनरेश और अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
फर्म का मालिक मजदूर!
जांच में पता चला था कि महेसरिया फर्म का मालिक एक मजदूर है। उसके आधार कार्ड, पेन कार्ड व अन्य प्रपत्रों की कापियां लेकर जुबैर खान व उसके सहयोगी गुड़मंडी निवासी रामनरेश ने उसका दुरुपयोग कर फर्म बनाई थी। जिससे करोड़ों का कारोबार किया गया। इस फर्म का दुरुपयोग टैक्स चोरी वाले माल के परिवहन के समय रास्ते के बिल बनाने के लिए किया जाता था। ई-वे बिल रामनरेश बनाता था।
रामनरेश को उसी दिन पुलिस को सौंप दिया गया था, लेकिन जुबैर फरार हो गया था। हालांकि साक्ष्य के अभाव में रामनरेश को छोड़ दिया गया था। दोनों की तलाश में एसओजी प्रभारी अशोक कुमार को लगाया गया था। मुकदमे की विवेचना क्राइम ब्रांच प्रभारी व निरीक्षक राजेंद्र विक्रम सिंह कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि गुरुवार को आरोपित जुबैर व रामनरेश को जेल भेज दिया गया।