पूर्व मंत्री ब्रह्मदत्त द्विवेदी से खास लगाव में फर्रुखाबाद पांच बार आए अटल बिहारी वाजपेयी
पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी का पूर्व मंत्री ब्रह्मदत्त द्विवेदी से खासा लगाव था। वह पांच बार यहां आए।
फर्रुखाबाद (जेएनएन)। पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी का पूर्व मंत्री ब्रह्मदत्त द्विवेदी से खासा लगाव था। वह पांच बार यहां आए। ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या के बाद उनके अंतिम संस्कार व तेरहवीं में भी शामिल हुए थे। पूर्व प्रधानमंत्री भाजपा के कार्यकर्ताओं को नाम लेकर बुलाते थे। उनके स्वास्थ्य की जानकारी के लिए बुधवार देर रात से ही लोग टेलीविजन व अन्य माध्यमों से जुड़ गए थे। गुरुवार शाम उनके निधन की खबर मिलते ही पार्टी कार्यकर्ता ही नहीं, अन्य लोग भी शोक में डूब गए।
चुनाव प्रचार से ब्रह्मदत्त की तेरहवीं
भाजपा नेता ब्रह्मदत्त द्विवेदी का चुनाव प्रचार करने अटलबिहारी वाजपेयी वर्ष 1980 में फर्रुखाबाद आए थे। उनकी सभा पटेल पार्क में हुई थी। इसके बाद ब्रह्मदत्त के भतीजे प्रभुदत्त द्विवेदी के तिलक समारोह में शामिल होने 1993 में दूसरी बार अटलजी फर्रुखाबाद आए। 10 फरवरी 1997 को ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या के बाद अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी व मुरलीमनोहर जोशी के साथ अंतिम संस्कार में शामिल यहां आए थे। 22 फरवरी 1997 को ब्रह्मदत्त के पैत्रक गांव अमृतपुर में आयोजित तेरहवीं संस्कार में भी अटलजी शामिल हुए थे। इस दौरान उन्होंने ब्रह्मदत्त को अपना उत्तराधिकारी बताया था। 10 फरवरी 2005 को ब्रह्मदत्त की पुण्यतिथि पर बद्री विशाल डिग्री कालेज में आयोजित सभा को संबोधित किया था। भाजपा विधायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी ने बताया कि अटलजी का उनके परिवार से बेहद लगाव था। अटलजी उनके विवाह समारोह में 1992 में शामिल हुए थे। अटलजी ने ही उनकी बेटी श्रेया का पारिवारिक कार्यक्रम में नामकरण किया था। ब्रह्मदत्त द्विवेदी की काव्य पुस्तक जब हम न होंगे का संपादन और विमोचन अटलजी ने ही प्रधानमंत्री रहते किया था।
भाजपा के सभी कार्यक्रम निरस्त
भाजपा जिलाध्यक्ष सत्यपाल सिंह ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी के निधन से पूरी पार्टी दुखी है। शुक्रवार को भाजयुमो की ओर से निकाली जाने वाली प्रभातफेरी व शनिवार को महिला मोर्चा की ओर से आयोजित कार्यक्रम सहित सभी पूर्व घोषित कार्यक्रम निरस्त कर दिए गए हैं।