अस्पताल से चिकित्सक नदारद, बगैर दवा के लौटे मरीज
वीआइपी और मेडिकल बोर्ड की ड्यूटी में गए चिकित्सकों की कमी सोमवार को लोहिया अस्पताल पहुंचे मरीजों पर भारी पड़ी। इंतजार के बाद यह लोग बगैर दवा के लौट गए। उधर फिजीशियन बाल रोग विशेषज्ञ मरीजों से घिरे रहे। विभिन्न बीमारियों से घिरे रोगी दूरदराज से इलाज की आस में लोहिया अस्पताल पहुंचे। पर्चे बनवाने के बाद जब वह लोग संबंधित डाक्टर कक्ष में पहुंचे तो चिकित्सक गायब मिले। इस पर रोगी उनके इंतजार में कक्ष के बाहर बैठे रहे लेकिन जब दो घंटे बाद डाक्टर नहीं पहुंचे तो वह लोग निराश होकर लौट गए। मरीजों ने जब स्वास्थ्य कर्मियों से पूछा तो बताया कि छह चिकित्सक अन्य ड्यूटी पर गए हैं।
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : वीआइपी और मेडिकल बोर्ड की ड्यूटी में गए चिकित्सकों की कमी सोमवार को लोहिया अस्पताल पहुंचे मरीजों पर भारी पड़ी। इंतजार के बाद यह लोग बगैर दवा के लौट गए। उधर फिजीशियन, बाल रोग विशेषज्ञ मरीजों से घिरे रहे।
विभिन्न बीमारियों से घिरे रोगी दूरदराज से इलाज की आस में लोहिया अस्पताल पहुंचे। पर्चे बनवाने के बाद जब वह लोग संबंधित डाक्टर कक्ष में पहुंचे तो चिकित्सक गायब मिले। इस पर रोगी उनके इंतजार में कक्ष के बाहर बैठे रहे, लेकिन जब दो घंटे बाद डाक्टर नहीं पहुंचे तो वह लोग निराश होकर लौट गए। मरीजों ने जब स्वास्थ्य कर्मियों से पूछा तो बताया कि छह चिकित्सक अन्य ड्यूटी पर गए हैं। ऐसे में नाक कान गला, हृदय रोग, हड्डी दिखाने आए मरीज बगैर दवा के लौट गए। उधर फिजीशियन, बाल रोग विशेषज्ञ मरीजों से घिरे रहे। सीएमएस डा. एसपी सिंह ने बताया कि केंद्रीय मंत्री की वीआइवी ड्यूटी में सामान्य सर्जन डा. गौरव मिश्रा, हृदय रोग विशेषज्ञ डा. मनोज पांडेय और एनेस्थेटिस्ट डा. प्रदीप सिंह को भेजा गया है। जब कि नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. सर्वेश यादव, ईएनटी सर्जन डा. शिखर सक्सेना, आर्थो सर्जन डा. आरएन सिंह और डाक्टर अभिषेक चतुर्वेदी पुलिस भर्ती बोर्ड में चिकित्सीय परीक्षण करने गए हैं। दिव्यांग बोर्ड में आर्थो सर्जन डा. बीके दुबे को भेजा गया है। जिससे मरीजों को परेशान होना पड़ा है। दिव्यांग भी हुए परेशान
सीएमओ कार्यालय पर प्रमाण पत्र बनवाने पहुंचे दिव्यांगों को परेशान होना पड़ा। यहां पर ईएनटी सर्जन के न होने पर वह लोग निराश होकर लौट गए। जब कि अन्य डाक्टर देरी से पहुंचे।