शौचालय की किस्त डकारने वालों पर नहीं कसा शिकंजा
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहर को अक्टूबर में ओडीएफ घोषित क
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहर को अक्टूबर में ओडीएफ घोषित कर दिया गया था। जबकि हकीकत यह है कि मिशन के रिकार्ड में ही अभी करीब 700 लाभार्थी ऐसे हैं, जिन्होंने पहली किस्त लेने के बावजूद अभी तक शौचालय का निर्माण नहीं कराया। इनमें कुछ तो ऐसे हैं जो ढूढे नहीं मिल रहे। उनके घरों में ताले लटक रहे हैं।
नगरपालिका परिषद ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत 7600 लाभार्थियों का चयन शौचालय निर्माण के लिए किया था। बाद में यह संख्या घटकर करीब 5200 रह गई। लगभग सात सौ लाभार्थियों ने पहली किस्त के चार-चार हजार रुपये अपने बैंक खाते से निकालकर खर्च कर लिए, लेकिन शौचालय का निर्माण नहीं कराया। तीन माह पहले 52 लाभार्थियों के खिलाफ मुकदमे भी लिखाए गए थे। पुलिस के पहुंचने पर करीब एक दर्जन लाभार्थियों ने शौचालय निर्माण करा लिया। बाकी ने नहीं कराया। इनमें कुछ ऐसे हैं जो ढूंढे से नहीं मिल रहे। उनके घरों में ताले लटक रहे हैं। पालिका कर्मियों ने जांच रिपोर्ट में लिखा है कि लाभार्थी नौकरी करने दिल्ली अथवा अन्य शहरों में चले गए। कुछ लाभार्थियों ने शौचालय निर्माण के लिए जो भूमि चयनित की थी, उस भूमि को लेकर ही विवाद है। इस कारण निर्माण नहीं हो पा रहा। रिकार्ड में अभी 4200 शौचालय ही बन सके हैं। पिछले डेढ़ माह से मिशन के पालिका स्थित कार्यालय में प्रबंधक तक नहीं हैं। पालिका कर्मी मुकेश शर्मा ही कार्यालय में अकेले बैठकर काम देख रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिन लोगों ने शौचालय नहीं बनाया है, उनसे संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है।