डीआइजी ने जेल में लिए कैदियों के बयान
सेंट्रल जेल फतेहगढ़ में बंद कैदी राधेश्याम यादव ने रविवार को फांसी लगाकर खुदकशी कर ली थी। शासन ने घटना के संबंध में 24 घंटे में रिपोर्ट मांगी है। डीआइजी जेल बीपी त्रिपाठी ने शाम को जेल पहुंचकर घटना की जांच की। बैरक में बंद कैदियों के बयान दर्ज किए।
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : सेंट्रल जेल फतेहगढ़ में बंद कैदी राधेश्याम यादव ने रविवार को फांसी लगाकर खुदकशी कर ली थी। शासन ने घटना के संबंध में 24 घंटे में रिपोर्ट मांगी है। डीआइजी जेल बीपी त्रिपाठी ने शाम को जेल पहुंचकर घटना की जांच की। बैरक में बंद कैदियों के बयान दर्ज किए।
डीआइजी बीपी त्रिपाठी ने सेंट्रल जेल पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया। उस बैरक में बंद कैदियों के बयान दर्ज किए। ड्यूटी पर मौजूद कर्मचारियों से भी पूछताछ की। वह करीब एक घंटे तक जांच करते रहे। डीआइजी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में कैदी के खुदकशी करने की पुष्टि हुई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी फांसी से मौत होना बताया गया है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक एचएसएम रिजवी ने बताया कि घटना में प्रारंभिक रूप से दोषी वार्डन को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। सदर विधायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी ने भी जेल पहुंचकर डीआइजी से भेंट की। बहनोई ने सुपुर्दगी में लिया कैदी का शव
जासं, फर्रुखाबाद : राधेश्याम यादव के जेल में आत्महत्या करने के मामले में वरिष्ठ अधीक्षक एसएचएम रिजवी ने परिजनों को घटना के बारे में बताया। रविवार रात अमोहा थाना क्षेत्र के मकदूम खेड़ा निवासी बहनोई डा. इंद्रपाल, भांजे शैलेंद्र, दोस्त रामबहादुर आदि के साथ पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। पुलिस ने कैदी के शव को उनके बहनोई को सुपुर्दगी में दे दिया। रामबहादुर ने बताया कि कैदी राधेश्याम के परिवार में कोई नहीं है। उनके एक बहनोई बाहर रहते हैं। उन्नाव में डा.इंद्रपाल ही रहते हैं। सूचना पर वह लोग यहां पर आए हैं। बहनोई ही अपने साले का अंतिम संस्कार करेंगे।