टायफाइड व मलेरिया का कहर जारी, स्वास्थ्य विभाग पस्त
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : मौसम में उतार चढ़ाव से बच्चों से लेकर बुजुर्ग वायरल फीवर से घ्ि
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : मौसम में उतार चढ़ाव से बच्चों से लेकर बुजुर्ग वायरल फीवर से घिरे गए हैं। इस समय लोहिया अस्पताल की ओपीडी में डेढ़ हजार मरीज पहुंच रहे हैं। इन मरीजों को देखने के लिए मात्र एक ही फिजीशियन हैं। स्थिति यह है कि अस्पताल में रोगियों को भर्ती करने के लिए बेड ही कम पड़ गए हैं। जिससे मरीजों को दवाएं देकर उन्हें चलता कर दिया जाता है।
तेजी से फैल रहे वायरल फीवर से सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में लोगों की भीड़ पहुंच रही है। गुरुवार को लोहिया अस्पताल पहुंचे मरीजों में अधिकांश मरीज वायरल फीवर से ग्रसित थे। यहां पर पहुंचे करीब 1500 मरीजों में 550 रोगियों की खून की जांच कराई गई तो छह रोगी मलेरिया व 35 को टायफाइट निकला। चिकित्सकों की कमी दूरदराज से आने वाले मरीजों पर भारी पड़ रही है। इस समय स्थिति यह है कि इमरजेंसी से लेकर दूसरी मंजिल पर बने वार्ड मरीजों से फुल हो चुके हैं। हालांकि इन रोगियों में अन्य बीमारियों के भी मरीज हैं। जब यह मामला डीएम के संज्ञान में आया तो उन्होंने सीएमएस को अतिरिक्त बेड डालने के आदेश दिए, इसके बावजूद दूसरे दिन भी अतिरिक्त बेड नहीं डाले गए। सीएमएस डा. राजेश तिवारी का कहना है कि वह रैन बसेरा में मरीजों को भर्ती करने की व्यवस्था कर रहे हैं। मरीजों की भीड़ पर काम करने से किया इंकार
लोहिया अस्पताल की पैथालॉजी लैब में जब खून की जांच कराने पहुंचे मरीजों की भीड़ हुई तो अव्यवस्था हो गई। इस पर लैब टेक्नीशियन सतीश चंद्र सागर और अमृता श्रीवास्तव लैब से सीएमएस कक्ष में आ गए। सीएमएस को बताया कि मरीज की भीड़ होने पर काम नहीं हो पा रहा है। वह लोग खून के सैंपल लेने के लिए दबाव बनाकर हंगामा कर रहे हैं। जिस पर सुरक्षा कर्मियों ने लाइन लगवाकर खून के सैंपल देने के लिए मरीजों को एक-एक कर अंदर भेजा।