संविदा कर्मी आपूर्तिकर्ता पर लाखों के गबन की पुष्टि
जनपद के विभिन्न कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में संविदा कर्मियों की आपूर्ति करने वाली संस्था के खिलाफ अनियमितताओं व अवैध वसूली की पुष्टि के बाद एफआइआर तलवार लटक गई है। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा कराई गई जांच में संस्था पर कर्मचारियों के ईपीएफ के साथ ही जीएसटी के तौर पर ली गई रकम भी हड़प लिए जाने की पुष्टि हुई है। मामले में अनदेखी करने वाले बेसिक शिक्षा अधिकारी व सहायक लेखाधिकारी की भूमिका भी सवालों के घेरे में है।
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : जनपद के पांच कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में तैनात 16 संविदा कर्मियों की आपूर्ति करने वाली संस्था के खिलाफ अनियमितताओं व अवैध वसूली की पुष्टि के बाद एफआइआर तलवार लटक गई है। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा कराई गई जांच में संस्था पर कर्मचारियों के ईपीएफ के साथ ही जीएसटी के तौर पर ली गई रकम भी हड़प लिए जाने की पुष्टि हुई है। मामले में अनदेखी करने वाले बेसिक शिक्षा अधिकारी व सहायक लेखाधिकारी की भूमिका भी सवालों के घेरे में है।
कस्तूरबा विद्यालयों की जांच के दौरान कुछ कर्मचारियों ने उनसे अवैध वसूली किए जाने और ईपीएफ का लाभ न मिलने की शिकायत की थी। मुख्य विकास अधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए थे। जांच के दौरान न केवल शिकायतों की पुष्टि हुई, यह भी पता चला कि अरोपित संस्था उदयवीर संस्थान द्वारा जीएसटी के नाम पर वसूली गई धनराशि भी संबंधित विभाग के खाते में जमा नहीं की है। जानकारी के अनुसार जांच में ईपीएफ के लगभग 3.5 लाख रुपये और जीएसटी व सर्विस टैक्स के लगभग दस लाख रुपये के अलावा संविदा कर्मियों से भी लगभग पांच लाख रुपये की अवैध वसूली किए जाने की पुष्टि हो गई है।
मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि रिपोर्ट उन्हें मिल गई है। जांच रिपोर्ट का अध्यन किया जा रहा है। जिलाधिकारी के अनुमोदन से जांच में दोषी पाए गए लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।