अपने ही मैदानों को संवारना भूले कॉलेज
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद खेल निदेशालय कॉलेजों में खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : खेल निदेशालय कॉलेजों में खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है, लेकिन जिले में स्थित कॉलेजों के मैदान दुर्दशाग्रस्त हैं। यह स्थिति तब है, जब छात्रों से क्रीड़ाशुल्क भी लिया जाता है। मैदानों की हालत यह है कि उनमें लोग जानवर बांध रहे हैं और कूड़ा भी डाला जा रहा है। कॉलेज प्रबंधन मैदानों को संवारने के बजाए आंखें मूंदे बैठे हैं।
शहर के कॉलेजों के मैदान इस लायक नहीं हैं कि खिलाड़ी खेलकूद सकें। भारतीया पाठशाला इंटर कॉलेज का मैदान बजरिया मोहल्ला में स्थित है तो डीबीवीपी व क्रिश्चियन इंटर कॉलेज के मैदान विद्यालय के पास में ही हैं। बजरिया स्थित मैदान व डीपीवीपी मैदान की हालत काफी दयनीय है। मैदानों पर कूड़ा-करकट तो खिलाड़ियों की जगह जानवर बंधे दिखाई देते हैं। कॉलेज प्रबंधन मैदान की ओर कोई ध्यान ही नहीं देता। क्रिश्चियन इंटर कॉलेज मैदान भी उबड़-खाबड़ है। मैदान की सफाई भी नहीं की जाती। विद्यालय प्रबंधन मैदानों को देखने तक नहीं जाते, जबकि कक्षा नौ से इंटरमीडिएट तक के खिलाड़ियों से हर साल 60 रुपये प्रति छात्र के हिसाब से क्रीड़ाशुल्क भी लिया जाता है। भारतीय पाठशाला इंटर कॉलेज में 685 व क्रिश्चियन इंटर कॉलेज में 884 बच्चे पंजीकृत हैं। क्रिश्चियन इंटर कॉलेज में लगने वाली प्रदर्शनी आदि का पैसा भी कॉलेज प्रबंधन के खाते में पहुंचता रहा है, लेकिन इसके बावजूद मैदान की देखभाल नहीं की जाती है। क्रीड़ाशुल्क हो जाता जमा
'छात्रों से लिया जाने वाला क्रीड़ाशुल्क शासन में जमा करना पड़ता है। मैदान की देखभाल के लिए कोई फंड नहीं मिलता है। अपने स्तर से ही साफ-सफाई करवाते हैं।'
- अजय कुमार मोरभट्ठ, प्रधानाचार्य, क्रिश्चियन इंटर कॉलेज। अराजकतत्वों ने तोड़ दी बाउंड्रीवाल
'बजरिया स्थित मैदान की बाउंड्रीवाल करवाई थी, लेकिन अराजकतत्वों ने तोड़ दी। सिटी मजिस्ट्रेट को पत्र भेजकर कब्जा हटवाने की मांग कर चुके हैं।'
- दिनेश कुमार वर्मा, प्रधानाचार्य, भारतीय पाठशाला इंटर कॉलेज। ''कॉलेज के मैदानों पर हुए अतिक्रमण को हटवाने के लिए उच्चाधिकारियों को पत्र लिखेंगे। साथ ही मैदान की देखभाल के लिए कॉलेज प्रबंधन को निर्देशित किया जाएगा।''
- डॉ. आदर्श त्रिपाठी, जिला विद्यालय निरीक्षक