मानसून आने के बाद प्रशासन को आई तालाबों की याद
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद मानसून के आ पहुंचने के बाद अब अधिकारियों ने बारिश का पानी स
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : मानसून के आ पहुंचने के बाद अब अधिकारियों ने बारिश का पानी सहेजने की कवायद शुरू की है। मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि राजस्व विभाग से तालाबों की सूची प्राप्त कर यह तय करें कि किन-किन तालाबों पर कार्य कराया जा सकता है।
प्रभारी सहायक अभियंता, लघु सिचाई अशोक कुमार ने बैठक में बताया कि वर्षा जल संचयन को जनपद में तालाबों, चेकडैम, नाला निर्माण, नाला सफाई, रेनवाटर हार्वेस्टिग, एवं सोकपिट आदि का निर्माण कराया जाना है। जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह कहा कि जल शक्ति अभियान से जुड़े विभाग अपनी कार्ययोजना बनाकर प्रस्तुत करें। लघु सिचाई विभाग को निर्देश दिए गए किया गया कि वह जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व जिला विद्यालय निरीक्षक से विद्यालयों की सूची प्राप्त कर तय करें कि कितने विद्यालयों में पूर्व से रेन वाटर हार्वेस्टिग की स्थापना की जा चुकी है कितने विद्यालयों में कार्य कराया जाना शेष है। पूर्व से निर्मित रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम के भुगतान को खंड विकास अधिकारियों से फीडबैक प्राप्त कर लिया जाए। डीएम ने कलेक्ट्रेट परिसर का निरीक्षण कर पूर्व से निर्मित रेन वाटर हार्वेस्टिग सिस्टम की स्थिति का आंकलन करने को कहा। उन्होंने कहा कि यदि रेन वाटर हार्वेस्टिग कार्य नहीं कर रहा है तो तत्काल नवीन सिस्टम का निर्माण कराया जाए। बैठक में डीएम ने निर्देश दिए कि तालाबों से अतिक्रमण को हटवाते हुये उनकी सफाई व सुंदरीकरण कराया जाए। सभी तालाबों की सूची तैयार कर उनकी जीआईएस मैपिग कराई जाए। जल संरक्षण के लिए वैज्ञानिक ढंग से विस्तृत कार्य योजना बनाई जाये। सभी ग्राम पंचायतों के लिए जीआईएस आधारित जलाशयों के विकास की योजना तैयार की जाए। सभी सरकारी बिल्डिगों जैसे पंचायत भवन, आंगनबाड़ी केन्द्र, स्कूल और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में रूफ-टॉफ रेनवाटर हार्वेस्टिग सिस्टम अवश्य स्थापित किए जाएं। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी एम अरून्मोली, जिला विकास अधिकारी डीडी शुक्ला, डीसी मनरेगा सतीश मिश्रा आदि मौजूद रहे।