कोरोना के चलते अनाथ हुए बच्चों की खोज में जुटा प्रशासन
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद कोरोना संक्रमण ने तमाम परिवारों को तबाह कर दिया है। कई प
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : कोरोना संक्रमण ने तमाम परिवारों को तबाह कर दिया है। कई परिवार एसे है जिनमें घर के बड़े कोविड संक्रमित हो गये है। उनके बच्चे परेशान हैं या उनकी देख-रेख व संरक्षण करने वाला कोई नही है। कई परिवारों में माता-पिता दोनों की कोरोना से मृत्यु हो चुकी है और बच्चे अनाथ हो चुके हैं। शासन के निर्देश पर अब जिलाधिकारी ने ऐसे बच्चों की मदद के लिए उनकी पहचान को पहल की है। विभिन्न विभागों व आम लोगों से ऐसे बच्चों के बारे में जानकारी उपलब्ध कराने को कहा गया है। जिला प्रोबेशन अधिकारी भारत प्रसाद ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते जिन परिवारों के माता-पिता या अभिभावकों की मृत्यु हो जाने से उनके 18 वर्ष से कम आयु के बच्चे अनाथ या बे-सहारा हो गये हों, तो ऐसे बच्चों के बारे में चाइल्ड हेल्प लाईन नंबर-1098 के अलावा 181 पर दी जा सकती है। उन्होंने बताया कि बिना कानूनी प्रक्रिया अपनाए बच्चा गोद लेना व गोद देना दोनों अवैध व कानूनी रूप से अपराध हैं। जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह इस संबंध में मुख्य चिकित्साधिकारी को पत्र लिखकर कोरोना महामारी के दौरान अनाथ हुए बच्चों की सूचना उपलब्ध कराने को कहा है। पत्र के अनुसार ऐसे बच्चों के पुनर्वास व उनकी सहायता के लिए राज्य सरकार द्वारा जानकारी चाही गयी है। शासन की ओर से जारी दिशा निर्देशों के अनुसार महामारी के दौरान बेसहारा हुए बच्चों के संरक्षण, विकास व उत्तरजीविता के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।