छेड़खानी की तो सड़क पर ही सिखाया जाएगा सबक
महिला संबंधी अपराध रोकने के लिए शासन से कई तैयारियां की जा रही हैं। इसमें सड़क चलते महिलाओं और युवतियों से छेड़छाड़ करने वाले शोहदों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करने का भी है। इसके तहत पुलिस महकमे की ओर से 15 दिन का विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसमें महिला सिपाही सादी वर्दी में बस स्टैंड स्कूल कालेजों और पार्कों आदि में घूमेंगी। यह सिपाही जब किसी शोहदे को छेड़खानी करते पकड़ेंगी तो वहीं पर उसकी पिटाई करेंगी।
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : महिला संबंधी अपराधों के कारण प्रदेश सरकार की किरकरी के बाद शासन ने इसके लिए कई रणनीति तैयार की हैं। महिलाओं और युवतियों से होने वाली छेड़खानी पर अंकुश लगाने के लिए जिले भर में 25 दिसंबर तक शोहदों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसमें छेड़खानी करते पकड़े गए लोगों को वहीं सड़क पर ही सबके सामने सबक सिखाया जाएगा।
इस अभियान को अंजाम देने के लिए थानों में गठित एंटी रोमियो दल को सक्रियता बढ़ाते हुए उसमें महिला सिपाहियों की तैनाती बढ़ाई जाएगी। इस दल में तैनात महिला सिपाही सादी वर्दी में सार्वजनिक स्थानों, स्कूल कालेजों के पास घूमेंगी। इस दौरान महिलाओं और छात्राओं से यदि किसी ने छेड़खानी की तो महिला सिपाही उसे वहीं पकड़ लेगी। हालांकि अधिकृत रूप से पुलिस अधिकारी यह कहने में कतरा रहे हैं, लेकिन दबी जुबान बताया जा रहा है कि निर्देश हैं कि शोहदे को पकड़ने के बाद वहीं पर महिला सिपाही उसे जूते से पीटेगी। इसका सीधा उद्देश्य शोहदों का मानभंग करना है। ताकि भविष्य में वह इस तरह की कोई गलती नहीं करे। महिला सिपाही संदेश भी देंगी कि बेटियां खुद मुकाबला करना जानती हैं। जिले में बढ़ रही हैं छेड़खानी की घटनाएं
पुलिस महकमे के रिकार्ड को देख लिया जाए तो यहां छेड़खानी आदि की घटनाएं बढ़ रही हैं। इसी वर्ष दुष्कर्म के 22 मुकदमे, छेड़छाड़ के 52 और पॉक्सो एक्ट के तहत 87 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं। ऐसी ही न जाने कितने मामलों में पीड़ित अपने साथ हुए दुर्व्यवहार को छिपा ले जाती हैं। कुछ मामलों में पुलिस रिपोर्ट ही नहीं दर्ज करती है। हर हाल में बेटी और महिलाओं की सुरक्षा की जाएगी। छेड़छाड़ और दुष्कर्म के मामले में आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि बाजार के समय महिला पुलिस कर्मी सादी वर्दी में घूमकर नजर रखेंगी।
- डॉ. अनिल मिश्रा, पुलिस अधीक्षक