होली व दीपावली पर 80 फीसद खाद्य सामग्री मिलावटी
महत्वपूर्ण --------------- - आम दिनों में भी 60 प्रतिशत नमूने होते फेल - डीएम ने जिला स्तर
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- आम दिनों में भी 60 प्रतिशत नमूने होते फेल
- डीएम ने जिला स्तरीय बैठक में की समीक्षा
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : खाद्य सामग्री के बाजार पर मिलावटखोरों का कब्जा है। होली और दीपावली जैसे त्योहारों के अवसर पर तो लोगों को 80 फीसद से अधिक मिलावटी और हानिकारक खाने की चीजें मिलती हैं। आम दिनों में भी लोगों को 60 फीसद खाने का सामान मिलावटी मिलता है। खाद्य सुरक्षा विभाग के आंकड़ों से यही साबित हो रहा है। शुक्रवार शाम जिलाधिकारी ने खाद्य सुरक्षा की जिला स्तरीय कमेटी की बैठक के दौरान यह आंकड़े प्रस्तुत किए गए। खाद्य सुरक्षा विभाग के अभिहित अधिकारी सैयद शाहनवाज हैदर आबिदी की ओर से बैठक में दी रिपोर्ट के अनुसार विगत वर्ष दीपावली पर 41 छापों में 27 नमूने संग्रहीत किए गए, जिनमें से 23 नमूने (85 फीसद) फेल हो गए। इस वर्ष होली से पूर्व चले अभियान के दौरान 18 छापों में 22 नमूने लिए गये। इनमें से छह नमूने असुरक्षित, 10 अधोमानक, एक मिथ्याछाप व एक में विनियमों का उल्लघंन मिला। सभी फेल (81 फीसद) 18 नमूनों के संबंध में अभियोजन की कार्रवाई प्रक्रिया में है। विगत दिनों रक्षाबंधन व बकरीद के मौके पर 13 स्थानों पर छापामार कर 17 नमूने लिए गये। कुल 17 नमूनों में से सात नमूने फेल हो गए। दो का परिणाम आना बाकी है। शेष आठ ही नमूने सही पाए गए। विगत वित्तीय वर्ष 2019-20 में आई 201 नमूनों की जांच रिपोर्ट में आठ नमूने अधोमानक, पांच असुरक्षित, 29 मिथ्याछाप व 12 में विनियमों के उल्लघंन की रिपोर्ट प्राप्त हुई। कुल 62.88 फीसद (126 नमूने) फेल हुए। वहीं इस वित्तीय वर्ष में विगत माह तक 44 नमूने संग्रहीत किए गए। कुल 112 नमूनों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई। जिसमें कुल 60.71 प्रतिशत (68 नमूने) फेल हुए हैं। जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने बैठक के दौरान मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और प्रवर्तन अभियान को तेज करने के निर्देश दिए। खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों को मिठाई की दुकानों पर मिठाइयों को तैयार करने व उनकी एक्सपायरी की तिथियों को अंकित करने के आदेश का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश दिए।