शहर में 60 व ग्रामीण क्षेत्र में 80 फीसद नंगे तारों से विद्युत आपूर्ति
जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में सभी फीडर हाई लाइनलास में चल रहे
जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में सभी फीडर हाई लाइनलास में चल रहे हैं। बिजली विभाग को प्रतिमाह करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है। अधिक लाइनलास अधिकारियों के गले की फांस बन गया है। कई विद्युत कर्मियों पर कार्रवाई की तलवार लटकी है। वरिष्ठ अधिकारी लाइनलास कम करने के लिए प्रतिदिन बैठक कर आवश्यक निर्देश दे रहे हैं। विभाग द्वारा सभी क्षेत्रों में चेकिग अभियान चलाया जा रहा है। बिजली चोर शाम होते ही नंगे तारों में कटिया फंसा देते हैं और सुबह होते ही उतार लेते हैं। जिससे उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हो पा रही है। क्षेत्रों में बंच केबल डाली जाए तो लाइनलास कम हो सकता है।
जनपद में तीन खंड कार्यालय संचालित हैं। तीन खंड कार्यालयों के अंतर्गत लगभग दो दर्जन उपकेंद्र से क्षेत्रों में आपूर्ति दी जा रही है। वर्तमान में भी जिन गांवों में विद्युतीकरण चल रहा है, उनमें भी कार्यदायी संस्थाओं द्वारा नंगे तार ही डाले जा रहे हैं। विद्युत विभाग के वरिष्ठ अधिकारी व ऊर्जा मंत्रालय का पूरा जोर हैं कि 100 फीसद बिजली चोरी रोकी जाए, जिससे विभाग घाटे से उबरकर मुनाफे की ओर बढ़े। इसको लेकर ऊर्जा मंत्री, चेयरमैन व प्रबंध निदेशक आए दिन वर्चुअल बैठक करते हैं। बैठक में सभी विद्युत कर्मियों को लाइनलास शून्य करने पर जोर दिया जा रहा है। वर्तमान में जनपद की 58 फीसद बिजली लास में जा रही है। जिससे विभाग को करोड़ों के राजस्व की हानि हो रही है। शहर व ग्रामीण क्षेत्र में कई स्थानों पर खंभों न होने से लोग केबल डालकर दूर तक आपूर्ति ले जाते हैं। बिजली चोर इन केबल में भी कट लगाकर चोरी करते हैं।
लाइनमैनों पर कसा जाए शिकंजा तो होगी राजस्व में बढ़ोतरी
शहर व ग्रामीण के अधिकांश क्षेत्रों में लाइनमैनों की साठगांठ से ही बिजली चोरी होती है। ऐसे लाइनमैनों को चिह्नित कर कार्रवाई की जाए तो बिजली चोरी रुकने के साथ ही राजस्व में भी बढ़ोत्तरी होगी। अधीक्षण अभियंता राकेश वर्मा ने बताया कि सभी क्षेत्रों में टीमें गठित कर चेकिग अभियान चलाया जा रहा है। अभी तक लगभग 150 बिजली चोर पकडे गए हैं। लाइनमैनों के संबंध में सभी अवर अभियंताओं को नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।