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रसोइया मानदेय व परिवर्तन लागत को मिले 5.98 करोड़

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : कई माह से उधार में चल रही बच्चों की रसोई का अब काफी हद

By JagranEdited By: Published: Mon, 05 Nov 2018 10:37 PM (IST)Updated: Mon, 05 Nov 2018 10:37 PM (IST)
रसोइया मानदेय व परिवर्तन लागत को मिले 5.98 करोड़
रसोइया मानदेय व परिवर्तन लागत को मिले 5.98 करोड़

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : कई माह से उधार में चल रही बच्चों की रसोई का अब काफी हद तक कर्ज उतर सकेगा। मध्याह्न भोजन प्राधिकरण से रसोइया मानदेय व परिवर्तन लागत के भुगतान को पांच करोड़ 98 लाख रुपये ग्रांट आ गई है। हालांकि इसका भुगतान दीपावली के बाद ही हो सकेगा।

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मध्याह्न भोजन योजना से आच्छादित जिले के 1988 विद्यालयों में बच्चों का भोजन पकाने के लिए 4600 रसोइया कार्यरत हैं। इन्हें मार्च से मानदेय नहीं मिला। दैनिक जागरण ने इस संबंध में प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया। इस पर बीएसए राम¨सह ने प्राधिकरण के निदेशक को मांगपत्र भेजा, फोन से भी बात की। आखिरकार रसोइया मानदेय व परिवर्तन लागत मद में फिलहाल पांच करोड़ 98 लाख ग्रांट आ गई है। इसमें रसोइयों के लिए 1.41 करोड़, प्राथमिक स्तर की परिवर्तन लागत 2.24 व उच्च प्राथमिक स्तर की 2.33 करोड़ परिवर्तन लागत आई है। दो माह का मानदेय बिल तैयार

मध्याह्न भोजन के प्रभारी खंड शिक्षा अधिकारी बेगीश गोयल ने बताया कि दो माह का रसोइया मानदेय बिल तैयार कर लेखा विभाग को प्रस्तुत कर दिया गया है। परीक्षण के बाद पत्रावली सीडीओ व डीएम को भेजी जाएगी। दीपावली बाद भुगतान हो जाएगा। मार्च 2019 तक के लिए मांगे गए थे 17.45 करोड़

बेसिक शिक्षा अधिकारी ने मार्च 2019 तक के रसोइया मानदेय, परिवर्तन लागत, फल वितरण, एफसीआइ को खाद्यान्न भुगतान व खाद्यान्न ढुलाई आदि सभी मदों के लिए 17 करोड़ 45 लाख रुपये बजट मांगा था। बीएसए ने बताया कि अवशेष ग्रांट का मांगपत्र फिर भेजा जाएगा।


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