वार्ता के दौरान भिड़े कर्मचारी नेता
- पालिका कार्यालय में धरना दे रहे नेताओं को गया था बुलाया फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता : कर्मचारियो
- पालिका कार्यालय में धरना दे रहे नेताओं को गया था बुलाया
फर्रुखाबाद, जागरण संवाददाता : कर्मचारियों के हितों की आड़ लेकर अपने-अपने संगठनों की राजनीति चमकाना तो कर्मचारी नेताओं का शगल बन चुका है। कर्मचारियों का हित भले ही न हो, लेकिन अपने स्वार्थ हमेशा पूरे होना चाहिए। कुछ ऐसा ही नजारा बुधवार की शाम देखने को मिला। नगरपालिका कार्यालय के बाहर धरना दे रहे सफाई कर्मचारियों के संगठन को वार्ता के लिए नगरपालिका अध्यक्ष ने बुलाया। वार्ता के दौरान सफाई कर्मी नेता आपस में ही बाहें चढ़ाते नजर आए। नतीजा यह हुआ कि कर्मचारियों के हित की कोई बातचीत परवान नहीं चढ़ सकी। बहरहाल बात आगे बढ़ी तो एक कर्मचारी नेता ने दूसरे के विरुद्ध कोतवाली में तहरीर दे दी।
अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ के बैनर तले सफाई कर्मियों के गुट ने टाउनहाल पर धरना दिया। नगरपालिका परिषद को 17 सूत्रीय मांगपत्र पूर्व में दिया गया था। इस मांगपत्र पर कोई कार्रवाई न होने की बात सफाई कर्मियों ने कही थी। बीती 20 मई को धरना देने की चेतावनी दी गई थी। सफाई कर्मियों की समस्याओं का निराकरण कराने के उद्देश्य से नगरपालिका अध्यक्ष वत्सला अग्रवाल ने धरना दे रहे कर्मचारियों को कार्यालय बुलाया था। नगरपालिका में बातचीत के दौरान संघ के जिलाध्यक्ष हरिओम वाल्मीकि अपनी समस्याओं के बारे में तर्क दे रहे थे। इसी बीच एक अन्य कर्मचारी नेता जगदीश वाल्मीकि वहां पहुंच गए। जगदीश का कहना था कि उनकी वार्ता नगरपालिका प्रशासन से हो चुकी है और कर्मचारी हित की मांगे माने जाने का आश्वासन भी मिला है। इस पर हरिओम उखड़ गए और दोनों पक्षों के बीच तीखी तकरार होने लगी। यह देखकर नगरपालिका अध्यक्ष वार्ता से उठकर अपने कक्ष में चली गईं। जगदीश का आरोप है कि हरिओम व उनके साथी सफाई कर्मियों का शोषण करते हैं। उधर, दूसरी ओर हरिओम वाल्मीकि ने जगदीश वाल्मीकि के विरुद्ध वार्ता के दौरान गालीगलौज करने और मारने की धमकी देने की तहरीर शहर कोतवाली में दी है।