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मिड-डे-मील में 1.23 करोड़ व स्वेटर में 18 लाख कम पड़े

जागरण संवाददाता फर्रुखाबाद वित्तीय वर्ष के अंतिम समय कई योजनाओं में ग्रांट आने के बावजूद मि

By JagranEdited By: Published: Mon, 01 Apr 2019 10:49 PM (IST)Updated: Tue, 02 Apr 2019 06:26 AM (IST)
मिड-डे-मील में 1.23 करोड़ व स्वेटर में 18 लाख कम पड़े

जागरण संवाददाता, फर्रुखाबाद : वित्तीय वर्ष के अंतिम समय कई योजनाओं में ग्रांट आने के बावजूद मिड-डे-मील के लिए 1.23 करोड़ ग्रांट कम पड़ गई। स्वेटर वितरण के भी 18 लाख रुपये कम रह गए। एफसीआइ को खाद्यान्न का पूरा भुगतान नहीं हो पाया।

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मिड-डे-मील की परिवर्तन लागत का तो इस वित्तीय वर्ष का पूरा भुगतान हो गया, लेकिन अन्य मदों में मामला अटक गया। प्राथमिक विद्यालयों की 2900 रसोइयों को मार्च का मानदेय नहीं मिल पाया। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) का 17 लाख रुपये बकाया है। खाद्यान्न के परिवहन व्यय का 55 लाख भुगतान होना है। फल वितरण के लिए 24 लाख 50 हजार रुपये चाहिए। इस तरह मध्याह्न भोजन योजना को कुल एक करोड़ 23 लाख 50 हजार की दरकार है। स्वेटर की अवशेष धनराशि विद्यालयों को भेजने के लिए एक करोड़ 74 लाख का मांग पत्र बेसिक शिक्षा निदेशक को भेजा गया था। निदेशालय से 1.56 करोड़ रुपये ही आए। 31 मार्च को यह धनराशि एसएमसी खातों में भेज दी गई। बेसिक शिक्षा अधिकारी रामसिंह ने बताया कि मध्याह्न भोजन प्राधिकरण लखनऊ को एमडीएम के लिए कम पड़ी ग्रांट भेजे जाने के लिए पत्र भेजा गया है। हालांकि उच्च प्राथमिक स्तर की बची हुई परिवर्तन लागत 54 लाख रुपये समर्पित कर दिए गए हैं। स्वेटर के लिए भी अवशेष ग्रांट का मांग पत्र भेजा गया है।


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