एससी-एसटी के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरेंगे छात्र-नौजवान
फैजाबाद : एससी/एसटी कानून के अंतर्गत सुप्रीम कोर्ट की मूलभावना के विपरीत केंद्र सरकार रवैय
फैजाबाद : एससी/एसटी कानून के अंतर्गत सुप्रीम कोर्ट की मूलभावना के विपरीत केंद्र सरकार रवैये पर नौजवान आहत हैं। इसके विरोध में साकेत महाविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ पदाधिकारियों के साथ ही बार काउंसिल मंत्री आलोक खरे समेत कई संगठनों के युवाओं ने मोर्चा खोलने का एलान कर दिया। पत्रकारों से मुखातिब नेताओं ने इसकी रूपरेखा घोषित की। नेताओं ने हुंकार भरा कि यदि सरकार इस काले कानून की विसंगतियों को वापस नहीं किया गया तो सरकार को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा।
आंदोलन का प्रथम चरण 11 से 15 तक होगा। महाविद्यालयों व विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को लामबंद करने, पत्रक वितरित करने, पैदल मार्च निकालने, पुतला जलाने के साथ अनशन शुरू करने का एलान किया गया। इसी क्रम में अधिवक्ता, जनप्रतिनिधियों के साथ अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं व सामाजिक संगठनों को लामबंद किया जाएगा। पत्रकार वार्ता में साकेत छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष सुनील ¨सह विद्यार्थी ने कहा कि कानून का स्वरूप समाज को बांटने वाला है। इसे वोटबैंक के हथियार के रूप में प्रयोग नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके खिलाफ आंदोलन करेंगे। पूर्व अध्यक्ष राजमणि ¨सह ने कहा कि ये कानून देश को कमजोर करने वाला है। पूर्व उपाध्यक्ष देवमणि त्रिपाठी ने कहा कि इस एक्ट के खिलाफ सड़क से संसद तक संघर्ष करेंगे। समाजसेवी जाकिर हुसैन पासा ने कहा कि सरकार के इस फैसले से समाज का व्यापक नुकसान हुआ। सछ्वाव मोर्चा के संयोजक विशाल मिश्र ने कहा कि एक्ट के लिए सभी दल जिम्मेदार है। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. संजय ¨सह ने कहा कि शिक्षक समुदाय इस आंदोलन के साथ है। उन्होंने इसे दुर्भाग्य पूर्ण करार दिया। इस दौरान अधिवक्ता मनुप्रताप ¨सह, बब्बू मिश्र, आशुतोष श्रीवास्तव सहित अन्य मौजूद रहे।
सांसद आवास का घेराव
फैजाबाद : बार एसोसिएशन के पूर्व मंत्री आलोक खरे ने कहा कि कानून का ये स्वरूप किसी भी वर्ग के लिए हितकारी नहीं है। उन्होंने बताया कि इसके विरोध में सांसद के आवास का घेराव किया जाएगा। जल्द ही अधिवक्ता सांसद आवास को घेरेंगे।