एक कोख से एक साथ चार बच्चों ने लिया जन्म, पिता की खुशी संातवे आसमान पर
ऑपरेशन के बाद महिला एवं नवजात खतरे की जद से बाहर। प्रसूता निजी अस्पताल तो नवजात महिला अस्पताल की निगरानी में।
फैजाबाद(जेएनएन)। जिले में मंगलवार को कुदरत का करिश्मा देखने को मिला। यहां एक मां की कोख में पल रहे चार बच्चों का जन्म ऑपरेशन से एक साथ हुआ। सबसे अहम बात यह है कि प्रसूता के साथ ही नवजात भी खतरे से बाहर हैं। हालाकि जच्चा-बच्चा को चिकित्सकों की सघन निगरानी में रखा गया है। इन शिशुओं में तीन बालिकाएं और एक बालक है। समय पूर्व हुआ ऑपरेशन:
मसौधा ब्लॉक के रानीबाजार गाव निवासी विष्णु जायसवाल की 23 वर्षीय पत्नी शिल्पी जायसवाल को प्रसव पूर्व शहर के निजी अस्पताल में लाया गया। यहा जाचोपरात गर्भस्थ शिशुओं की संख्या चार होने की उम्मीद जताई गई। प्रसूता की निगरानी कर रहीं डॉ. प्रीति पाडेय ने समय पूर्व यानी 33 सप्ताह पर ऑपरेशन का फैसला किया। सोमवार की शाम लगभग सात बजे सीजेरियन ऑपरेशन से चार बच्चों का जन्म हुआ।
जिला महिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एसके शुक्ल ने बताया कि तीन सितंबर को सायंकाल आठ बजे निजी अस्पताल से लाए गए प्रत्येक नवजात का वजन 1.700 किलोग्राम के आसपास है। उन्हें बालरोग विशेषज्ञ डॉ. कुमार विक्त्रम की देखरेख में रखा गया है।
खतरे से बचने के लिए कराया ऑपरेशन:
प्रसूता की देखभाल करने वाली डॉ. प्रीति पाडेय का कहना है कि गर्भस्थ शिशुओं का मूवमेंट कम हो गया था और दर्द शुरू हो चुका था। सामान्य डिलीवरी के समय तक इंतजार करने में खतरा हो सकता था, ऐसे में समय पूर्व ऑपरेशन का निर्णय लिया गया। प्रसूता अब खतरे से बाहर है। पिता की खुशी संातवे आसमान पर:
पिता विष्णु जायसवाल का कहना है कि एक साथ चार बच्चों का पिता बनने से खुशी हो रही है। पूरे गाव में खुशी का माहौल है। सभी लोग बधाई दे रहे हैं और पटाखे फोड़ कर खुशी मना रहे हैं। सबसे बड़ी बात जच्चा-बच्चा का स्वस्थ होना है।
एनआइसीयू में रख कर की जा रही देखभाल:
प्रसव के बाद नवजातों को महिला अस्पताल में आवश्यक उपचार के साथ एनआइसीयू में रख कर देखभाल की जा रही है। नवजात का वजन सवा दो किलोग्राम होना चाहिए, लेकिन यहा लाए गए नवजात शिशुओं का वजन औसत से लगभग आधा किलोग्राम कम है।