तीन दिन तक भूख से तड़पते रहे दो मजदूर बच्चे
फैजाबाद : अधिकारी कितने संवेदनहीन हो सकते हैं, यह बात दो मजदूर बच्चों के मामले में सामने
फैजाबाद : अधिकारी कितने संवेदनहीन हो सकते हैं, यह बात दो मजदूर बच्चों के मामले में सामने आई है। उपजिलाधिकारी सदर मधुसूदन नागराज हुलगी ने शनिवार को जिलाधिकारी कोर्ट के सामने एक होटल से दो बाल श्रमिकों को पकड़कर श्रम विभाग के हवाले कर दिया। संवेदनहीन अफसरों के आगे दोनों बाल श्रमिक तीन दिन भूख-प्यास से तड़पते रहे। सोमवार तक उनका पुरसाहाल नहीं रहा। यही नहीं उप जिलाधिकारी सदर का निर्देश भी हवा में उड़ा दिया। सोमवार की शाम को जिलाधिकारी डॉ. अनिल कुमार ने संबंधित अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई और इमरजेंसी सेवा के तौर पर दोनों बाल श्रमिकों का तुरंत मेडिकल परीक्षण पूरा कराने की हिदायत दी।
बीते शनिवार को बालश्रमिकों से संबंधित बैठक कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बुलाई गई थी। बैठक में उपजिलाधिकारी सदर भी मौजूद थे। बैठक से बाहर आते ही उनकी नजर सामने चल रहे होटल पर कार्यरत दो बाल श्रमिकों पर पड़ी। बाल श्रमिकों को जिला प्रोबेशन अधिकारी के सुपुर्द कर दिया। प्रोबेशन अधिकारी विकास अधिकारी ने श्रम प्रवर्तन अधिकारी संतोष कुमार को बुलाया और दो बाल श्रमिकों को उनके हवाले कर दिया। श्रम विभाग की टीम उम्र परीक्षण के लिए दोनों को लेकर जिला अस्पताल पहुंची। यहां पर दोनों का डेंटल परीक्षण किया गया, लेकिन देर होने के कारण एक्स-रे नहीं हो सका। दोनों बाल श्रमिकों को बाल कल्याण समिति के जरिए चाइल्ड हेल्प लाइन में रखा गया। रविवार अवकाश के बाद सोमवार को उन्हें जिला अस्पताल लाया गया। यहां काफी देर तक भटकाने के बाद बताया गया कि एक्स-रे मशीन खराब है। एक्स-रे के लिए दर्शननगर मंडल चिकित्सालय रेफर कर दिया गया। दर्शननगर पहुंचने के बाद बताया कि समय ज्यादा होने के कारण रेडियोलाजिस्ट घर चले गए हैं। कार्यवाहक सीएमओ डॉ. सीबी द्विवेदी ने मदद कर पाने में लाचारी दिखाई।