साहस को सलामः12 साल के किशोर ने बोरवेल में गिरी बच्ची को बाहर निकाला
दोपहर में गौरी खेलते हुए बोरिंग वाले गड्ढे में गिर गई। कुछ दूरी पर घास छील रही गौरी की बुआ और मां गुहार लगाते हुए बोरिंग के गड्ढे की तरफ दौड़ीं।
फैजाबाद (जेएनएन)। मुसीबत के समय हिम्मत न हारने वालों की जीत होती है। 12 साल के किशोर सहदेव ने अपने साहस से यह साबित किया। उसने 10 इंच चौड़े बोरवेल में गिरी ढाई साल की बच्ची को ग्रामीणों की सहायता से अंदर घुसकर सकुशल निकाल लिया।
दरअसल, थाना हैदरगंज क्षेत्र के अंतर्गत ग्रामसभा सिहोरिया निवासी लंबरदार निषाद की रिश्तेदार अपनी ढाई साल की बच्ची गौरी के साथ आई थी। लंबरदार के घर के सामने दो साल पहले फेल हुआ इंडिया मार्का-टू हैंडपंप लगा था। कुछ समय पहले मिस्त्री ने पाइप निकाल कर गड्ढे को पटवा दिया था। कुछ दिन पहले बारिश के चलते बोरिंग के गड्ढे पर डाली गई मिट्टी बह गई, जिससे 10 इंच गोलाई में गड्ढा बन गया।
दोपहर में गौरी खेलते हुए बोरिंग वाले गड्ढे में गिर गई। कुछ दूरी पर घास छील रही गौरी की बुआ और मां गुहार लगाते हुए बोरिंग के गड्ढे की तरफ दौड़ीं। आवाज सुनकर पहुंचे गांववालों को टॉर्च की रोशनी में नीचे कुछ दिख नहीं रहा था। ग्रामीणों ने बोरिंग के चारों तरफ गड्ढा खोदना शुरू कर दिया, पर ज्यादा समय लगने से लंबरदार के बड़े लड़के ने दूसरे गांव गए अपने 12 वर्षीय छोटे भाई सहदेव को बुलाया।
वह बोरिंग के संकरे गड्ढे में उतरने को तैयार हो गया। सहदेव के कमर में रस्सी बांधकर धीरे-धीरे बोरिंग के गड्ढे में ग्रामीणों ने उतारा। लगभग आधे घंटे के प्रयास से वह बोरिंग के अंदर पहुंच गया। सहदेव ने घंटे भर बोरिंग के अंदर रहते हुए बेहोश गौरी को पकड़ा और ग्रामीणों ने धीरे-धीरे रस्सी को ऊपर खींचना शुरू कर दिया और बाहर निकाल लिया। कुछ देर बाद गौरी को होश आ गया।