अयोध्या विवाद पर ताजा निर्णय से रोशन हो रही मंदिर की दावेदारी, उम्मीद प्रबल
जन्मभूमि विवाद के फलक पर सुप्रीमकोर्ट के ताजा निर्णय से राममंदिर की दावेदारी रोशन हो रही है। मंदिर समर्थक गुरुवार को आए फैसले से उत्साहित हैं।
फैजाबाद-अयोध्या (रघुवरशरण)। जन्मभूमि विवाद के फलक पर सुप्रीमकोर्ट के ताजा निर्णय से राममंदिर की दावेदारी रोशन हो रही है। मंदिर समर्थक गुरुवार को आए फैसले से उत्साहित हैं। वे जहां नमाज के लिए मस्जिद अपरिहार्य न होने का हवाला देकर मुस्लिमों से बाबरी मस्जिद का दावा छोडऩे का आग्रह करने की तैयारी में हैं, वहीं उनमें मंदिर मुद्दे के न्यायिक समाधान की उम्मीद जगी है। एक अक्टूबर से रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए गत पखवारा ही अनशन का एलान करने वाले तपस्वीजी की छावनी के महंत परमहंसदास पूरी शिद्दत से अनशन शुरू करने की तैयारी में हैं।
भाजपा से इस दिशा में बड़ी उम्मीद थी
वे कहते हैं, मेरे अनशन का उद्देश्य मुख्यत: इस अपेक्षा से है कि शताब्दियों से रामभक्तों को अपमानित करने वाली समस्या के समाधान की उपेक्षा बंद हो। भाजपा से इस दिशा में बड़ी उम्मीद थी। स्थानीय निकाय से लेकर प्रदेश एवं केंद्र में उसी की सरकार है। इसके बावजूद मंदिर मुद्दे की अनदेखी असह्य है। गुरुवार को कोर्ट का निर्णय आने के बाद परमहंसदास के रुख में तब्दीली आई है। वे कहते हैं कि कोर्ट का ताजा फैसला यह बताने वाला है कि मंदिर मुद्दे पर कोर्ट अथवा सरकार उदासीन नहीं है और निकट भविष्य में इस दिशा में ध्यान आकृष्ट कराने पर वह निर्णायक दिन आ सकता है, जब मंदिर मसले का समाधान होगा। परमहंसदास भले ही यह दोहरा रहे हों कि मंदिर के लिए अब वे और प्रतीक्षा नहीं कर सकते और इस दिशा में वे प्राण देने से भी पीछे नहीं हटेंगे पर उन्हें यह उम्मीद भी है कि आमरण अनशन जाया नहीं जाएगा और सरकार के शीर्ष प्रतिनिधि उनके अनशन को संज्ञान में लेकर समुचित समाधान की दिशा में कदम बढ़ाएंगे।
एक को प्रात: से शुरू होगा अनशन
रामघाट मोहल्ला स्थित तपस्वीजी की छावनी के सामने पमहंसदास का अनशन एक अक्टूबर को प्रात: आठ बजे से शुरू होगा। इस दौरान वे मंदिर निर्माण के संकल्प के साथ शिलापूजन करेंगे। अनशन से एक दिन पूर्व यानी 30 सितंबर को तपस्वीजी छावनी में परमहंसदास ने संत सम्मेलन आहूत किया है।
मुस्लिम साफ करेंगे मंदिर का पत्थर
मंदिर आंदोलन के लिए वर्षों से अभियान चलाने वाले भाजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के विभागीय मंत्री बब्लू खान के नेतृत्व में अगले माह मुस्लिम समुदाय के लोग राम मंदिर के लिए रामघाट कार्यशाला में तराशे गए पत्थर पर लगी काई साफ करेंगे। ताकि जरूरत पडऩे तराशे गए पत्थरों के उपयोग में कोई गतिरोध न पैदा हो।