फोन कॉल रिसीव न करने पर बढ़ी सौ शिक्षकों की मुसीबत
परिषदीय विद्यालयों में लागू की गई शिक्षकों के सत्यापन की नई व्यवस्था का पालन न करने वालों की अब खैर नहीं है। फोन कॉल व एसएमएस की प्रक्रिया की अनदेखी करना शिक्षकों के लिए मुसीबत का सबब बन गया है। फोन काल रिसीव न करने वाले शिक्षक कार्यवाही के घेरे में आ गये हैं। अब तक तकरीबन सौ शिक्षकों से जबाब तलब किया गया है। गुरुवार को भी नियमों की अवेहलना करने वालों की तादाद 72 बतायी गई। इन सभी शिक्षकों पर कंट्रोल रूम का काल न रिसीव करने का आरोप है। गत दिनों जिला प्रशासन ने परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति को पुख्ता कराने के लिए नई व्यवस्था शुरू की। इसके अंतर्गत कंट्रोल रूम से सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापक व शिक्षकों से फोन कर सभी की हाजिरी का सत्यापन किया जाता है। गत दिनों शिक्षक आशीष ¨सह के निधन के बाद इस मुद्दे को शि
अयोध्या : परिषदीय विद्यालयों में लागू की गई शिक्षकों के सत्यापन की नई व्यवस्था का पालन न करने वालों की अब खैर नहीं है। फोन कॉल व एसएमएस की प्रक्रिया की अनदेखी करना शिक्षकों के लिए मुसीबत का सबब बन गया है। फोन काल रिसीव न करने वाले शिक्षक कार्रवाई के घेरे में आ गए हैं। अब तक तकरीबन सौ शिक्षकों से जवाब-तलब किया गया है। गुरुवार को नियमों की अवेहलना करने वालों की तादाद 72 बताई गई। इन सभी शिक्षकों पर कंट्रोल रूम का काल न रिसीव करने का आरोप है।
गत दिनों जिला प्रशासन ने परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति को पुख्ता कराने के लिए नई व्यवस्था शुरू की। इसके अंतर्गत कंट्रोल रूम से सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापक व शिक्षकों से फोनकर सभी की हाजिरी का सत्यापन किया जाता है। गत दिनों शिक्षक आशीष ¨सह के निधन के बाद इस मुद्दे को शिक्षक संघ ने हथियार बना लिया। इसे बंद करने को आंदोलन शुरू कर दिया। दूसरी ओर बीएसए की ओर से ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू कर दी गई। खंड शिक्षा अधिकारी से ऐसे शिक्षकों से जवाब लेकर कार्रवाई करने को कहा गया। गत दो दिनों में ही अलग-अलग ब्लॉक के सौ शिक्षकों ने काल रिसीव नहीं किया। इस पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अमित ¨सह ने ऐसे शिक्षकों से तीन दिन में नोटिस का जवाब देने को कहा। कहा कि यदि संतोषजनक जवाब न मिले तो तीन दिन में कार्रवाई कर अवगत कराएं। बीएसए अमिता ¨सह ने बताया कि खंड शिक्षाधिकारियों को तीन दिन के भीतर जवाब लेकर सम्यक कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। इस कार्रवाई ने शिक्षक संघ को सांसत में डाल दिया है। इससे निपटना भी अब पदाधिकारियों के लिए चुनौती है।