Move to Jagran APP

रामनगरी में श्रीराम के साथ भोले के भक्तों की इंद्रधनुषी छटा

खीरेश्वर नाथ पर सावन के आखिरी सोमवार को जलाभिषेक करते श्रद्धालु जागरण

By JagranEdited By: Published: Mon, 08 Aug 2022 11:41 PM (IST)Updated: Mon, 08 Aug 2022 11:41 PM (IST)
रामनगरी में श्रीराम के साथ भोले के भक्तों की इंद्रधनुषी छटा

रामनगरी में श्रीराम के साथ भोले के भक्तों की इंद्रधनुषी छटा

loksabha election banner

अयोध्या : रामनगरी में सावन का आखिरी सोमवार यादगार बन गया। नगरी में श्रीराम के साथ भोले की भक्ति की इंद्रधनुषी छटा बिखरी। भक्तों की पांत पूर्व संध्या से ही रामनगरी के विभिन्न मार्गों पर प्रवाहित हो रही थी। सोमवार की दस्तक के साथ श्रद्धालुओं के सैलाब ने नए सिरे से अंगड़ाई ली। शुरुआत सरयू स्नान से हुई। मठ-मंदिरों और सार्वजनिक स्थलों पर डेरा जमाए श्रद्धालुओं ने सोमवार की शुरुआत सरयू स्नान से की। सरयू स्नान के बाद श्रद्धालुओं का जत्था पौराणिक महत्व की पीठ नागेश्वरनाथ की ओर बढ़ा। श्रद्धालुओं का गहन प्रवाह प्रशासनिक अधिकारियों एवं पुलिस के जवानों की घंटों परीक्षा लेता रहा। भोर के कुछ घंटे तक बाबा के दरबार में श्रद्धालु उमड़ते रहे। भीड़ के दबाव का सामना करते भक्त किसी तरह बाबा के सम्मुख पहुंच कर दूध अथवा सरयू जल से अभिषेक कर रहे थे। नागेश्वरनाथ के पृष्ठ में स्थित कालेराम मंदिर भी आस्था के केंद्र में था। भोले की एक अन्य पौराणिक पीठ क्षीरेश्वरनाथ भी स्थानीय श्रद्धालुओं की आस्था के केंद्र में थी। -------------------- कमल पुष्पों से बाबा का सहस्रार्चन -रामलला के दर्शन मार्ग पर स्थित लवकुश मंदिर में आस्था की इंद्रधनुषी छटा बिखरी। मंदिर में स्थापित भोले बाबा के सभी 12 स्वरूपों का कमल पुष्पों से सहस्रार्चन किया गया। मंदिर के महंत रामकेवलदास के संयोजन में दूध-दही एवं सरयू जल से बाबा के विग्रह का सहस्त्रधारा स्नान से अनुष्ठान की शुरुआत हुई। झूलनोत्सव की भावधारा में डुबकी - रामनगरी झूलनोत्सव की भावधारा में डुबकी लगा रही है। संत एवं श्रद्धालु आराध्य को विभिन्न प्रकार की साज-सज्जा से युक्त झूले पर स्थापित कर उनके सम्मुख भक्ति में पगे गीत प्रस्तुत कर अपनी आस्था निवेदित कर रहे हैं। कनकभवन, मणिरामदास जी की छावनी, दशरथमहल, रामवल्लभाकुंज, रंगमहल, लक्ष्मणकिला, राजगोपाल, अशर्फीभवन, कोसलेशसदन, सियारामकिला, जानकीमहल आदि का झूलनोत्सव अपनी विशिष्टता के लिए जाना जाता है और इस बार भी यह विरासत पूरी भव्यता से आगे बढ़ रही है। -


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.