सेल्फ लॉक से चल रही कोरोना से जंग
रामनगर कालोनी में हाथ सैनिटाइज करवाया जाता है
अयोध्या : लॉकडाउन की बंदिशें बेशक लगभग खत्म हो चुकी हैं, प्रकाशपुरम व रामनगर कॉलोनी कोरोना से जंग की नजीर बनी हैं। सरकारी तौर पर बंदिशों में ढील भले दी दे दी गई, लेकिन दोनों कॉलोनियों में अधिकतर लोग आज भी सेल्फ लॉक में हैं। बहुत जरूरी होने पर बाहर निकलते हैं। बाहर से आने के बाद घर के दरवाजे पर हाथों को सैनिटाइजर से धुलने के बाद ही घरों में प्रवेश करते हैं। रामनगर कॉलोनी में आने वाले हर आगंतुक का हाथ सैनिटाइजर से धुलवाया जाता है। कॉलोनी वासियों ने अब भी मुख्य रास्ते में बल्ली लगा रखी है। पूर्व यह पहल कॉलोनीवासी संजय अग्रवाल ने की थी।
रामनगर कालोनी मोड़ पर मेडिकल स्टोर चलाने वाले संजय अग्रवाल का इन एहतियातों की वजह से ग्राहकों से मन मुटाव भी हो जाता है। कई ग्राहक बिना दवा लिए वापस हो जाते हैं, लेकिन वे नियमों में कोई ढील नहीं देते है। बिना मॉस्क लगाकर आने वाले को दवाई देने से पहले मॉस्क देते हैं और हाथ धुलने के बाद ही दवा देते हैं। भाजपा नेता आशीष शर्मा को भी हाथ धुलने के बाद ही कालोनी में प्रवेश मिल सका। इस मोहल्ले के लोग खुद पहरेदारी करते हैं। लोगों को जागरूक करते हैं। अपना मोहल्ला-अपनी जिम्मेदारी का स्लोगन लिखे हुए पंपलेट भी वितरित करते हैं। मोहल्ले के युवा अतुल पांडेय, अर्पित अग्रवाल, सुशांत मिश्र, शिवेंद्र मिश्र, रोशन पांडेय, श्रवण गुप्त, राजन मिश्र, रवींद्र श्रीवास्तव, धर्मेंद्र मिश्र ने सामूहिक पहल कर अन्य गांव मोहल्लों के लिए नजीर दी है। इन युवाओं का कहना है कि कोरोना का ग्राफ बढ़ता जा रहा है पर दिक्कत यह भी है कि सरकार लॉकडाउन कब तक करती। अब हमें खुद को, अपने गांव व मुहल्ले की हिफाजत करनी होगी। रामनगर कालोनी के निवासी एनके पाठक स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत हैं। वह लगभग दो माह से घर के बाहरी कमरे में ही रहते हैं। घर के अन्य हिस्से में नहीं जाते। लिपिक घनश्याम भारती व एक्सरे टेक्नीशियन सुनील कुमार सेल्फ लॉक हैं।