आज से खुलेंगे विद्यालय, अव्यवस्था पर दो प्रधानाचार्यों का रोका वेतन
तैयारी पूरी आज से विद्यालयों में बढ़ेगी चहल पहल नौ से कक्षा 12 तक की चलेगी क्लास.
अयोध्या: सोमवार से जिले के नौ से कक्षा 12 तक के विद्यालय खुल जाएंगे। गत मार्च माह से ये बंद हैं। अधिकांश विद्यालयों में सैनिटाइजेशन का कार्य पूरा हो गया है। छह फिट की दूरी पर बच्चों के बैठने के लिए कुर्सी मेज लगाई जा चुकी है। कोरोना के मद्देनजर स्कूल खुलने की तैयारी को लेकर जिला प्रशासन चौकन्ना है। जिला विद्यालय निरीक्षक आरबीएस चौहान ने रविवार को कई विद्यालयों का निरीक्षण किया। सर्वोदय इंटर कॉलेज रामगंज तथा जनता इंटर कॉलेज में कोरोना की गाइड लाइन का अनुपालन नहीं किया गया। यहां विद्यार्थियों के बैठने के लिए सीटिग प्लान व निर्धारित सर्किल नहीं बना था। इसी वजह से दोनों विद्यालयों के प्रधानाचार्यों का वेतन रोकने का निर्देश दिया गया है। सीबीएसई व यूपी बोर्ड सहित अन्य बोर्डों के विद्यालयों में तैयारी पूरी हो गई। प्रशासनिक अधिकारियों ने विद्यालयों में कोरोना से बचाव के उपाय को जांचा। अधिकांश बच्चों में विद्यालय जाने को लेकर उत्साह है। जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि जिन विद्यालयों में मानक नहीं पूरा किया जाएगा, उन पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी।
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इन नियमों का पालन नहीं हुआ तो कार्यवाही तय
1- विद्यालय को पूरी तरह सैनिटाइज कराना होगा। प्रत्येक पॉली के बाद प्रत्येक कक्ष का सैनिटाइजेशन होना है।
2- विद्यालयों में सैनिटाइजर, हैंडवॉश, थर्मल स्कैनिग और प्राथमिक उपचार की व्यवस्था करनी होगी। यदि किसी को भी खांसी, जुकाम व बुखार के लक्षण मिले तो उनका प्राथमिक उपचार कर वापस घर भेज दिया जाए।
3- विद्यार्थियों को हाथ धुलाकर या सैनिटाइज करा कर ही विद्यालय में प्रवेश दिया जाए
4- मुख्यद्वार पर शारीरिक दूरी का अनुपालन हो, एक साथ सभी बच्चों की छुट्टी न की जाए।
5- सभी प्रवेश द्वारों का प्रयोग हो, बस व टेंपो का रोज सैनिटाइजेशन किया जाए। बच्चों को शारीरिक दूरी का अनुपालन करते हुए वाहन में बैठाया जाए।
6- विद्यार्थी, शिक्षक व कर्मियों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा। अतिरिक्त मास्क की व्यवस्था करनी होगी।
7- बच्चों को छह फीट की दूरी पर बैठाया जाए।
8- ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था को प्रोत्साहित किया जाए, जिनके पास संसाधन नहीं है, उन्हें पहले बुलाया जाए। यदि विद्यार्थी ऑनलाइन पढ़ाई करना चाहते हैं, तो उन्हें यह सुविधा दी जाए।
9- विद्यालय दो पालियों में संचालित किया जाए। पहली पाली में कक्षा नौ व 10 तथा दूसरी पाली में कक्षा 11 व 12 के विद्यार्थियों को बुलाया जाए। प्रत्येक पाली में प्रत्येक कक्षा की क्षमता के 50 फीसद छात्र को ही बुलाया जाए।
10- छात्रों को माता पिता की लिखित सहमति के बाद ही बुलाया जाए। उपस्थिति व्यवस्था में ढीलापन रखा जाए। बच्चों को कोरोना के बारे में जागरूक किया जाए। किसी छात्र-छात्रा को विद्यालय आने के लिए बाध्य न किया जाए।