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Ayodhya Ram Mandir : PM नरेंद्र मोदी के आगमन से बदलेगी रामनगरी की तस्वीर, देंगे कई सौगात

Ayodhya Ram Mandir प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच अगस्त को राममंदिर के लिए भूमि पूजन ही नहीं करेंगे बल्कि उनका आगमन रामनगरी की तस्वीर भी बदलने वाला सिद्ध होगा।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Sun, 19 Jul 2020 09:39 PM (IST)Updated: Mon, 20 Jul 2020 05:41 PM (IST)
Ayodhya Ram Mandir : PM नरेंद्र मोदी के आगमन से बदलेगी रामनगरी की तस्वीर, देंगे कई सौगात
Ayodhya Ram Mandir : PM नरेंद्र मोदी के आगमन से बदलेगी रामनगरी की तस्वीर, देंगे कई सौगात

अयोध्या [रमाशरण अवस्थी]। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच अगस्त को राममंदिर के लिए भूमि पूजन ही नहीं करेंगे, बल्कि उनका आगमन रामनगरी की तस्वीर भी बदलने वाला सिद्ध होगा। समझा जाता है कि प्रधानमंत्री मोदी पर्यटन विकास की महत्वपूर्ण योजनाओं का भी शिलान्यास करेंगे। इनमें सरयू के कछार में सीता झील का निर्माण, नव्य अयोध्या के नाम से प्रस्तावित अयोध्या की एक उपनगरी विकसित करने, सआदतगंज से अयोध्या के बीच 13 किलोमीटर फोरलेन और अयोध्या से गोरखपुर तक सिक्स लेन की परियोजना भी संभावित है। प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी पहली बार अयोध्या पहुंच रहे हैं, जो कि भूमिपूजन की वजह से ऐतिहासिक तिथि में शुमार होगा। 

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केंद्र की मोदी सरकार के प्रथम कार्यकाल से ही रामनगरी को उसकी गरिमा के अनुरूप विकसित करने की कोशिश अभियान की तरह सामने आई और यह कोशिश 2017 में भाजपा की प्रदेश सरकार बनने के साथ परवान चढ़ी। इस बीच 80 करोड़ की लागत से अयोध्या रेलवे स्टेशन का विकास, अयोध्या में प्रतिवर्ष विश्व स्तरीय मेगा इवेंट के रूप में आयोजित दीपोत्सव, 15 करोड़ की लागत से अयोध्या बस स्टेशन, 37 करोड़ की लागत से गुप्तारघाट का विस्तारीकरण, 52 करोड़ की लागत से राम की पैड़ी का नवनिर्माण, 24 करोड़ की लागत से भजन संध्या स्थल का निर्माण एवं रामायण सर्किट से जुड़े दर्जनों स्थलों का विकास तथा सैकड़ों किलोमीटर मार्ग का निर्माण यह बताने के लिए पर्याप्त है कि रामनगरी विश्व पर्यटन के मानचित्र पर छाने को तैयार है और पांच अगस्त को भूमिपूजन के साथ प्रधानमंत्री हजारों करोड़ की बेहद महती परियोजनाओं के शिलान्यास से रामनगरी को शीर्ष पर पहुंचाने का मार्ग प्रशस्त करेंगे।

अयोध्या को मिलेगा शिखर का स्पर्श : महापौर रिषिकेश उपाध्याय के अनुसार गत छह वर्षों का सफर रामनगरी का भाग्य बदलने वाला रहा है। इसके पीछे निश्चित तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ भाजपा नेतृत्व का सुनियोजित प्रयास रहा है। इस सुनियोजित प्रयास के साथ इसे रामलला की ही कृपा कहेंगे कि गत वर्ष नौ नवंबर को रामजन्मभूमि सुप्रीमकोर्ट के फैसले से सदियों के अपमान-अवमान से मुक्त होकर पूरी अयोध्या के साथ नए गगन की ओर बढ़ रही है। प्रधानमंत्री के आगमन से रामनगरी के इस रुख को शिखर का स्पर्श मिलेगा।

पांच अगस्त को राममंदिर का भूमिपूजन : बता दें कि श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के शुभारंभ की शुभ घड़ी अब पास है। भूमिपूजन की तिथि तय हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामजन्मभूमि पर प्रस्तावित मंदिर के लिए भूमिपूजन पांच अगस्त को करेंगे। प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी पहली बार अयोध्या पहुंच रहे हैं, जो कि भूमिपूजन की वजह से ऐतिहासिक तिथि में शुमार होगा। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री के आगमन का कार्यक्रम पूरी तरह से तय किया जा चुका है। शनिवार को ट्रस्टियों की बैठक में निर्णय के बाद श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने तीन एवं पांच अगस्त की दो संभावित तिथियों का विकल्प देते हुए प्रधानमंत्री से भूमिपूजन का अनुरोध किया था। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से इन्हीं दो में से पांच अगस्त की तारीख भूमिपूजन के लिए तय की गई है।


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