मंदिर निर्माण न्यास के अध्यक्ष को मिल रही धमकी
अयोध्या : रामजन्मभूमि मंदिर निर्माण न्यास के अध्यक्ष एवं आपसी सहमति से मंदिर निर्माण की मुहिम संच
अयोध्या : रामजन्मभूमि मंदिर निर्माण न्यास के अध्यक्ष एवं आपसी सहमति से मंदिर निर्माण की मुहिम संचालित करने वाले जानकीघाट बड़ास्थान के महंत जन्मेजयशरण को बार-बार धमकी मिल रही है। गत आठ माह के दौरान उन्हें कभी फोन से तो कभी पत्र लिखकर धमकी दी गई और कहा गया कि वे अपने प्रयास से बाज आएं अन्यथा इसकी गंभीर कीमत चुकानी पड़ेगी। तीसरी बार और इसी महीने की आठ तारीख को महंत के मंदिर पर धमकी भरा पत्र तब मिला, जब वे थाईलैंड में थे। 10 अगस्त को थाईलैंड से वापस लौटने पर उन्होंने स्थानीय कोतवाली में अज्ञात के खिलाफ धमकी का मुकदमा दर्ज कराया पर पुलिस पखवारे भर से जांच की दिशा ही नहीं तलाश कर पाई है।
अपने आश्रम पर मीडिया से मुखातिब जन्मेजयशरण ने कहा, वे ऐसी धमकियों से डरने वाले नहीं हैं और आपसी सहमति से मंदिर निर्माण के लिए उनका प्रयास जारी रहेगा। वे गत दिनों थाईलैंड की यात्रा पर मंदिर निर्माण के सिलसिले में गए थे। उन्होंने बताया कि रामजन्मभूमि पर कानूनी अड़चनों की वजह से मंदिर निर्माण में विलंब हो रहा है और इसी गतिरोध को ध्यान में रखकर उन्होंने थाईलैंड की राजधानी बैंकाक से कुछ ही दूरी पर स्थित आयूधया में अंतर्राष्ट्रीय राममंदिर की आधारशिला रखी है। आयूधया को थाईलैंड की अयोध्या होने का गौरव हासिल है। सहस्त्रों वर्ष पूर्व भारतीय संस्कृत के उपनिवेश के तौर पर थाईलैंड के तत्कालीन शासक इसी आयूधया को राजधानी मानकर शासन करते थे। जन्मेजयशरण के अनुसार वह समय दूर नहीं जब रामजन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण होगा पर तब तक के लिए थाईलैंड का राममंदिर भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सदभावना एवं प्रभु राम के प्रचार-प्रसार का वायस बनेगा। इस मौके पर बड़ाभक्तमाल मंदिर के महंत अवधेशदास एवं नागा रामलखनदास भी मौजूद रहे।