मंदिर निर्माण के लिए बयां हो रही बेकरारी
अयोध्या : केंद्र की मोदी सरकार के कार्यकाल का अंतिम चरण निकट आने के साथ रामजन्मभूमि पर
अयोध्या : केंद्र की मोदी सरकार के कार्यकाल का अंतिम चरण निकट आने के साथ रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए बेकरारी बयां हो रही है। कोई मंदिर के लिए यज्ञ का एलान कर रहा है और कोई अयोध्या कूच की तैयारी में है। तपस्वी छावनी के महंत परमहंसदास ने तो मंदिर के लिए एक अक्टूबर से आमरण अनशन की घोषणा कर दी है। मंदिर आंदोलन से जुड़े दशरथगद्दी के महंत बृजमोहनदास के अनुसार 'मोदी सरकार से मंदिर निर्माण को लेकर बड़ी उम्मीदें थीं और बड़े-बड़े निर्णय लेने में माहिर माने जाने वाले प्रधानमंत्री से यह अपेक्षा की जाती थी कि वे मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करेंगे पर अब जबकि मोदी का कार्यकाल पूरा होने को है लोग अपनी अपेक्षाओं को लेकर एक-एक दिन गिन रहे हैं।' कुछ की आस भी टूटने लगी है और इसी क्रम में प्रधानमंत्री पर भरोसा छोड़कर अपने तई पौरुष-प्रयास की जुगत करने लगे हैं।
अंतर्राष्ट्रीय ¨हदू परिषद के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगड़िया तो शुरू से ही प्रधानमंत्री के विरोधियों में शुमार रहे हैं और मंदिर निर्माण की डांवाडोल हो रही उम्मीदों के बीच वे मंदिर की हुंकार भर मोदी विरोध की साध पूरी करने की फिराक में हैं। बुधवार को रामनगरी का दौरा कर डॉ. तोगड़िया ने उन लोगों को सहेजने की कोशिश की, मंदिर के अनुकूल सरकार का समीकरण छोड़कर मंदिर के लिए सड़क पर उतर सकते हैं। इसी दौरे में तोगड़िया ने 21 अक्टूबर को लखनऊ से लाखों कार्यकर्ताओं के साथ अयोध्या कूच का एलान किया। शनिवार को ही विश्व वेदांत संस्थान के केंद्रीय महामंत्री स्वामी आनंद ने 22 से 24 अक्टूबर तक मंदिर निर्माण के लिए तीन दिवसीय राममहायज्ञ का एलान किया। ¨हदूमहासभा एवं शिवसेना जैसे चरमपंथी संगठन इस वर्ष की शुरुआत से ही मंदिर निर्माण को लेकर हुंकार भरते रहे हैं।