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Ayodhya Ram Mandir: अयोध्‍या में 108 एकड़ में होगा राम जन्मभूमि परिसर का व‍िस्‍तार, इस कारण ल‍िया गया न‍िर्णय

Ayodhya Ram Mandir अयोध्‍या में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने कहा क‍ि ट्रस्ट शुभ संख्या के अनुरूप राम जन्मभूमि परिसर को 108 एकड़ में विकसित करने की योजना पर विचार कर रहा है।

By Raghuvar SharanEdited By: Anurag GuptaPublished: Wed, 23 Nov 2022 06:35 PM (IST)Updated: Thu, 24 Nov 2022 07:44 AM (IST)
Ayodhya Ram Mandir: अयोध्‍या में 108 एकड़ में होगा राम जन्मभूमि परिसर का व‍िस्‍तार, इस कारण ल‍िया गया न‍िर्णय
Ayodhya Ram Mandir: राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने दी जानकारी।

अयोध्या, जागरण संवाददाता। रामजन्मभूमि परिसर 108 एकड़ का होगा। अभी यह परिसर 75 एकड़ के करीब है। नौ नवंबर 2019 को सुप्रीमकोर्ट के आदेश के साथ रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को मंदिर और उससे जुड़े निर्माण के लिए 67.77 एकड़ से कुछ अधिक भूमि प्राप्त हुई। ट्रस्ट को इसके बाद मंदिर को अधिकाधिक भव्यता देने के हिसाब से कुछ और भूमि की आवश्यकता महसूस हुई और इसी आवश्यकता के अनुरूप तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट गत दो-ढाई वर्ष से परिसर को विस्तार देने में लगा है।

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पर‍िसर के व‍िस्‍तार का अभ‍ियान चलेगा 

तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल के अनुसार ट्रस्ट ने सतत प्रयास के बाद सात-आठ एकड़ भूमि क्रय करने में सफलता पाई है, किंतु परिसर के विस्तार का अभियान यहीं थमने वाला नहीं है। चौपाल बताते हैं कि ट्रस्ट शुभ संख्या के अनुरूप रामजन्मभूमि परिसर 108 एकड़ में विकसित करने की योजना पर विचार कर रहा है। हालांकि इससे रामजन्मभूमि परिसर के पड़ोसियों को घबड़ाने की आवश्यकता नहीं है। तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट सामने वाले को हर दृष्टि से सहमत कर यह भूमि प्राप्त करने का प्रयास करेगा ।

चार से पांच गुणा बढ़ेगी दर्शनार्थ‍ियों की संख्‍या 

अधिग्रहीत की जाने वाली भूमि की समुचित कीमत दी ही जाएगी। चौपाल हाल में ली गई भूमि अथवा भवन का उदाहरण देते हुए कहते हैं, रामलला के लिए भूमि अधिग्रहीत करने की पूर्व प्रक्रिया भी पूरी तरह न्यायसंगत रही है। परिसर को विस्तार दिए जाने के प्रयास की वकालत करते हुए वह याद दिलाते हैं कि मंदिर के आकार-प्रकार में करीब डेढ़ गुणा की वृद्धि के साथ परिसर का विस्तार अपेक्षित था और जब मंदिर निर्माण के बाद से रामलला के दर्शनार्थियों की संख्या में चार-पांच गुणा की वृद्धि संभावित है, तब राम मंदिर परिसर को अधिकाधिक प्रशस्त बनाना कहीं अधिक जरूरी हो जा रहा है। इसी दायित्व को ध्यान में रख कर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट मंदिर परिसर से जुड़ने वाले रामपथ एवं भक्तिपथ को भी मानक के अनुरूप चौड़ा बनाए जाने का पक्षधर है।


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