दुआ मांगी, विरोध जता दिया ज्ञापन
जागरण संवाददाता, अयोध्या : छह दिसंबर 92 की 26वीं बरखी के मौके पर मुस्लिम पक्ष ने अलग- ण्अलग आयोजन कर विरोध जताया। सभी आयोजनों में बाबरी मस्जिद पुर्ननिर्माण की दुआ मांगी गई, मामले के निपटारे के लिए उच्चतम न्यायालय के फैसले के इंतजार को कहा गया, तब तक मौके पर यथास्थित कायम रखने की मांग की गई। मुसलमानों ने का
अयोध्या : छह दिसंबर 92 की 26वीं बरखी के मौके पर मुस्लिम पक्ष ने अलग-अलग आयोजन कर विरोध जताया। सभी आयोजनों में बाबरी मस्जिद पुनर्निर्माण की दुआ मांगी गई। मामले के निपटारे के लिए उच्चतम न्यायालय के फैसले का इंतजार करने को कहा गया। तब तक मौके पर यथास्थिति कायम रखने की मांग की गई। मुसलमानों ने कारोबार बंद रखा। मुसलिम संगठनों ने राष्ट्रपति को संबोधित अलग-अलग ज्ञापन प्रशासन के माध्यम से दिया।
मुख्य आयोजन मामले के पक्षकार हाजी महबूब के अयोध्या टेढ़ीबाजार स्थित आवास पर किया गया। यहां टाटशाह मस्जिद इमाम शमशुलहसन कादरी की अध्यक्षता में बैठक की गई। रामजन्मभूमि थाने पर जाकर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी डॉ. अनिल कुमार दिया गया। ज्ञापन देते समय अधिवक्ता जमाल अहमद व स्थानीय नागरिक मौजूद थे। पक्षकार मोमिनसभा के अध्यक्ष मोहम्मद अकरम ने उच्चतम न्यायालय के फैसले का इंतजार करने की बात की। ज्ञापन देने वालों में मुस्लिम लीग के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. नजमुल हसनगनी, इंडियन मुस्लिम समाज अयोध्या के जिलाध्यक्ष हाजी मोहम्मद इस्माइल अंसारी, मुस्लिम मजलिस मोहम्मद नदीम सिद्दीकी व बाबरी एक्शन कमेटी के कन्वीनर मोहम्मद आफाक अहमद खान शामिल है। बेनीगंज स्थित मस्जिद में मुसलमानों ने कुरानखानी की और आज के दिन को काला दिवस के तौर पर मनाया। ढांचा ढहाने में चल रहे मुकदमे में सीबीआई के गवाह नुसरत कुद्दूसी ने बाबरी मस्जिद तामीर व सांप्रदायिक ताकतों पर नियंत्रण रखने के बारे में राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। कई मुसलमानों ने हस्ताक्षरित ज्ञापन प्रधानमंत्री को भेजा, जिसमें मौके पर यथास्थिति बनाए रखने की मांग की गई है।