तीन साल से चल रहा निर्माण, फिर भी अधूरा रहा रामवनगमन मार्ग
रामपुरभगन से दर्शननगर और अयोध्या को जोड़ने वाले करीब 25 किलोमीटर मार्ग का निर्माण राज्य योजना के तहत करीब 40 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा है। लोक निर्माण विभाग वर्ष 2016 से अब तक निर्माण कार्य पूरा नहीं करा पाया है। मार्ग के आरंभ में रामपुरभगन के पुराने बैंक चौराहे पर स्थित मार्ग के मुहाने पर 200 मीटर तक एक फिट से अधिक गहरा जलभराव है जो मामूली बरसात में जलाशय नजर आता है।
अयोध्या: रामपुरभगन से दर्शननगर और अयोध्या को जोड़ने वाले करीब 25 किलोमीटर मार्ग का निर्माण राज्य योजना के तहत करीब 40 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा है। लोक निर्माण विभाग वर्ष 2016 से अब तक निर्माण कार्य पूरा नहीं करा पाया है। मार्ग के आरंभ में रामपुरभगन के पुराने बैंक चौराहे पर स्थित मार्ग के मुहाने पर 200 मीटर तक एक फिट से अधिक गहरा जलभराव है, जो मामूली बरसात में जलाशय नजर आता है।
सड़क को ऊंचा किए जाने और किनारे नाली निर्माण न होने की वजह से बरसात का पानी 50 दुकानों में घुस रहा है। इस मार्ग से दो दर्जन विद्यालयों, तारुन ब्लॉक मुख्यालय और बैंकों को जाने वाले लोग अक्सर इस मार्ग पर चोटिल होते रहते हैं। अधूरी सड़क पर कई जगह पुलिया और फुटपाथ काम तथा दूसरी लेयर की तारकोल पेंटिग का काम भी बाकी पड़ा हुआ है।
क्या कहते हैं बाजारवासी...
-व्यापार मंडल अध्यक्ष और वरिष्ठ भाजपा नेता डॉ. विजयबहादुर तिवारी कहते हैं कि रामवनगमन मार्ग का निर्माण कई वर्ष से लटका है। निर्माण पूर्ण न होने से व्यापारी और राहगीर दोनों परेशान हैं। ग्राम प्रधान माहनमऊ प्रदीप गुप्त पीडब्लूडी की ढुलमुल और सुस्त कार्यप्रणाली से काफी क्षुब्ध हैं। व्यापारी नेता अश्वनी कसौधन सवाल करते हैं कि भाजपा के कार्यकाल में रामवनगमन का निर्माण नहीं होगा तो कब होगा। व्यापार मंडल के मंत्री और व्यवसायी दीपकुमार गुप्त ने कहा, विभाग की सुस्त रफ्तारी से सड़क अब भी अधूरी है। पूर्व ग्राम प्रधान राधेश्याम गुप्त का कहना है कि बीते तीन साल से किश्तों में बन रहा है।
क्या कहते हैं अधिशासी अभियंता
-अधिशासी अभियंता रविकुल गजेंद्र ने बताया कि रामवनगमन मार्ग विभाग और शासन की प्राथमिकता में है। बजट न मिलने के कारण कार्य बाधित हुआ। अब बजट मिल चुका है। बरसात खत्म होते ही अतिक्रमण हटवाकर मार्ग का कार्य पूर्ण कराया जाएगा।