UP News: अयोध्या में पीएफआइ का कार्यकर्ता गिरफ्तार, संदिग्ध अभिलेख और साहित्य भी बरामद
बीकापुर के कुढ़ा गांव स्थित आवास से अरकम और उसके छोटे भाई गुफरान को एनआइए और पुलिस की संयुक्त टीम ने हिरासत में लिया था। पूछताछ के बाद बुधवार को गुफरान का शांतिभंग में चालान किया गया जिसे एसडीएम बीकापुर ने जमानत दे दी थी।
अयोध्या, संवाद सूत्र। कट्टरपंथी संगठन पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ) कार्यकर्ता होने की आशंका में पकड़े गए दो भाइयों में एक अरकम प्रतिबंधित संगठन का सक्रिय सदस्य पाया गया है। बीकापुर के कुढ़ा गांव स्थित आवास से अरकम और उसके छोटे भाई गुफरान को एनआइए और पुलिस की संयुक्त टीम ने हिरासत में लिया था। पूछताछ के बाद बुधवार को गुफरान का शांतिभंग में चालान किया गया, जिसे एसडीएम बीकापुर ने जमानत दे दी थी, जबकि अरकम के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर गुरुवार को जेल भेज दिया गया।
संदिग्ध अभिलेख और साहित्य बरामद
अरकम के पास से पुलिस को पीएफआइ से जुड़े संदिग्ध अभिलेख, साहित्य, पीएफआइ के पत्रक, टैब, पेन ड्राइव,
आधारकार्ड व दो मोबाइल बरामद मिले हैं। अरकम लखनऊ के नदवा कालेज से स्नातक है। उसके पास से मिले अभिलेखों में भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने के साहित्य सहित अन्य आपत्तिजनक लेख हैं।
नदवा से आया था चार साल पहले
चार वर्ष पहले ही अरकम नदवा से वापस अपने गांव पहुंचा है। उसके परिवार में पत्नी एवं एक बच्चा है। अरकम से पूछताछ के लिए एनआइए की भी मदद पुलिस ने ली है। अरकम के अतिरिक्त जिले में पीएफआइ के और भी सक्रिय सदस्य होने की आशंका व्यक्त की जा रही है, जिसे देखते हुए खुफियातंत्र ने निगरानी बढ़ा दी है। पहले ही यह आशंका व्यक्त की गई थी कि पीएफआइ रामनगरी को लेकर साजिश रच रहा है।
देश विरोधी गतिविधियों में था लिप्त
अरकम की गिरफ्तारी के बाद अब उसके मोहरे भी सामने आने लगे हैं। एसपी ग्रामीण अतुल सोनकर ने बताया कि अरकम के पीएफआइ सदस्य होने के साक्ष्य मिले हैं। कोतवाल बीकापुर सुमित श्रीवास्तव ने उसे गिरफ्तार किया है। विवेचना के दौरान उससे और भी जानकारियां प्राप्त की जाएंगी। कोतवाल बीकापुर ने बताया कि पीएफआइ से जुड़ कर वह देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त था।