पंचायत सचिवों से कार्ययोजना फी¨डग के नाम पर उगाही
फैजाबाद : पंचायत सचिवों को कार्ययोजना फीड करने का पासवर्ड न देने का प्रकरण गरमाने लगा ह
फैजाबाद : पंचायत सचिवों को कार्ययोजना फीड करने का पासवर्ड न देने का प्रकरण गरमाने लगा है। ग्राम पंचायत अपनी कार्ययोजना बनाने के लिए स्वतंत्र हैं तो उसे फीड कराने के लिए एक्शन प्लान एवं प्रिया साफ्ट का पॉसवर्ड उन्हें क्यों नहीं दिया जाता। जन्म-मृत्यु का प्रमाणपत्र ऑनलाइन जारी करने का पॉसवर्ड उनके पास है। ऐसे में समय से फीड न कराने पर उनकी जवाबदेही तय होगी। कंप्यूटर व ऑपरेटर की व्यवस्था न होने से बाहर से फीड कराने के नाम पर उनसे उगाही की जाती है।
डीपीआरओ सत्यप्रकाश ¨सह का कहना है कि किसी पंचायत सचिव ने ऐसी शिकायत नहीं की। जिनकी कार्ययोजना फीड नहीं हुई, वे अपने ऑफिस से फीड करा देंगे। पंचायत सचिवों का कहना है कि स्वतंत्रता दिवस के दिन पौधरोपण के लिए उसे पौधों की आपूर्ति की गई। पहले मनरेगा से भुगतान कराया गया। अब ग्राम पंचायत निधि से भी कराने का दबाव है। दरअसल, पॉसवर्ड के ताजे विवाद की असली वजह 49 ग्राम पंचायतों के ग्राम पंचायत निधि-प्रथम से धन निकासी पर लगी रोक है। कार्ययोजना न फीड कराने को लेकर इसे डीपीआरओ ने लगाई है। चालू वित्तीय वर्ष का साढ़े पांच माह बीत चुका है, लेकिन कार्ययोजना फीड नहीं है। पंचायत सचिवों में खलबली की एक वजह डीपीआरओ की तरफ से ग्राम पंचायत निधि-प्रथम का मांगा गया बैँक स्टेटमेंट भी है। पंचायत सचिवों का कहना है कि शायद ही कोई अपवाद हो, जिसने बिना कार्ययोजना फीड कराए धन की निकासी की हो। पंचायत सचिव ही नहीं अब प्रधान भी बिना फीड कराए धन निकासी को जोखिम भरा मानते हैं। पंचायत सचिवों का कहना है कि कार्ययोजना की वर्कआईडी के नाम पर भी उनसे उगाही की जाती है। जिले के अधिकारी उनकी नहीं, एडीओ पंचायत की सुनते हैं।