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40 में से महज दो धान क्रय केंद्रों पर शुरू हुई तौल

धान खरीद में नमी बन रही बाधा नमी के चलते क्रय केंद्र से लौटाए जा रहे किसान.धान खरीद की रफ्तार सुस्त है। तमाम प्रयासों व आला अफसरों के निरीक्षण के बावजूद धान खरीद की रफ्तार तेज नहीं हो पा रही है.

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Oct 2020 11:33 PM (IST)Updated: Thu, 22 Oct 2020 11:40 PM (IST)
40 में से महज दो धान क्रय केंद्रों पर शुरू हुई तौल

अयोध्या: धान खरीद की रफ्तार सुस्त है। तमाम प्रयासों व आला अफसरों के निरीक्षण के बावजूद धान खरीद की रफ्तार तेज नहीं हो पा रही है। सुस्त रफ्तार के पीछे कारण धान में नमी बताया जा रहा है। धान बेचने का ऑनलाइन पंजीकरण कराने वाले किसानों से पहले क्रय केंद्र प्रभारी नमूना लेते हैं। अधिकांश नमूनों में नमी का कारण बता कर किसानों को बैरंग वापस किया जा रहा है। 15 अक्टूबर से धान क्रय केंद्र खोले गए, लेकिन क्रय केंद्रों पर अभी तक रौनक नहीं आ सकी है। अधिकतर क्रय केंद्रों पर सन्नाटा पसरा है। जिले में विभिन्न क्रय एजेंसियों के कुल 40 धान क्रय केंद्र खोले गए हैं। इनमें से महज दो क्रय केंद्र विपणन शाखा के गोसाईंगंज व रुदौली में ही खरीद शुरू हो पाई है। 38 क्रय केंद्रों को अभी बोहनी का इंतजार है। जिले का धान खरीद लक्ष्य छह लाख कुंतल निर्धारित किया गया है। लक्ष्य के सापेक्ष सात दिन में आठ किसानों से महज 320 कुंतल धान की ही खरीद हो पाई है। हालांकि क्रय केंद्र खुले हैं और केंद्र प्रभारी बैठे किसानों की राह ताक रहे है। शनिवार को सुबह लगभग साढ़े दस बजे पीसीएफ के क्रय केंद्र बरौली में सन्नाटा पसरा है। यहां पर अभी तक तौल शून्य है। क्रय केंद्र प्रभारी रामकेवल यादव ने बताया कि एक हजार बोरे आ गए हैं। इलेक्ट्रॉनिक कांटा मौजूद है। यहां का लक्ष्य 8500 कुंतल निर्धारित किया गया है। महज 45 किसानों ने ही यहां पर अभी तक पंजीकरण कराया है। पौने 12 बजे विपणन शाखा के रुदौली क्रय केंद्र पर सन्नाटा पसरा है। केंद्र प्रभारी विनोद कुशवाहा बताते हैं कि अभी तक चार किसानों से 124 कुंतल धान की खरीद हुई है। 80 हजार बोरे उपलब्ध हैं। धान में नमी अधिक है। किसानों को धान सुखाने की सलाह दी जा रही है। सवा दो बजे बाबाबाजार पीसीएफ केंद्र पर क्रय केंद्र पर सन्नाटा पसरा है। केंद्र प्रभारी सीमा पाल ने बताया कि 219 किसानों ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया है। यहां दस हजार कुंतल खरीद का लक्ष्य है। मजदूर न मिलने से धान की खरीद नहीं शुरू हो पाई है। क्रय केंद्रों पर बिचौलियों की निगरानी के लिए लगाए गए लेखपाल भी क्रय केंद्रों पर नजर नहीं आए। क्षेत्रीय विपणन अधिकारी अखिलेश कुमार ने बताया कि क्रय केंद्रों पर तैयारियां पूरी है। किसानों को कोई असुविधा नहीं होगी। किसानों के बोल

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भटमऊ नारायणपुर के किसान हरिओम बाजपेई ने बताया कि गेहूं की बोआई व आलू का बीज खरीदने के लिए तत्काल रुपये की जरूरत है लेकिन धान में नमी बताकर क्रय केंद्र से वापस कर दिया गया। मजबूरन आढ़तियों के हाथों एक हजार एक सौ रुपये प्रति क्विटल की दर से कुछ धान बेचना पड़ा। रुदौली के किसान पारसनाथ सोनकर ने सोमवार को क्रय केंद्र पर 25 क्विटल धान बेचा, तीन दिन बाद भी भुगतान नहीं हुआ है।

ऑनलाइन टोकन व्यवस्था धड़ाम

धान खरीद के लिए सरकार ने ऑनलाइन टोकन व्यवस्था शुरू की। यह व्यवस्था भी धड़ाम हो गयी। रुदौली के क्रय केंद्र पर अब ऑफलाइन टोकन व्यवस्था ही अपनाई जा रही है। 'क्रय केंद्रों का लगातार निरीक्षण किया जा रहा है। सभी एसडीएम व अन्य अधिकारी निगरानी कर रहे हैं। किसी भी किसान को धान विक्रय में दिक्कत आ रही है तो सीधे शिकायत कर सकता है। - गोरेलाल शुक्ल, एडीएम वित्त


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