पुलिस मुठभेड़ में वांछित अभियुक्त के पैर में लगी गोली
नागा साधु हत्याकांड में बिहार का रहने वाला युवक गिरफ्तार। गत वर्ष बिहार में हुई पार्षद पुत्र की हत्या में भी फरार चल रहा था अखिलेश कुमार सिंह।
अयोध्या : नागा साधु कन्हैयादास की हत्या में वांछित एक अभियुक्त को पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों ओर से हुई फायरिग में अभियुक्त के दाहिने पैर में गोली लगी है। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के बाद उसे पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। पकड़े गए अभियुक्त का नाम अखिलेश कुमार सिंह उर्फ देवी है, जो बिहार के समस्तीपुर जिला अंतर्गत मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के बाघी गांव का रहने वाला है। वर्तमान में अखिलेश कोतवाली अयोध्या क्षेत्र के रामघाट इलाके में किराए का मकान लेकर अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ रहता है। अखिलेश गत नवंबर माह में समस्तीपुर में हुई पार्षद पुत्र नवनीत की हत्या में भी वांछित बताया गया है। इसका मुकदमा समस्तीपुर के मुसरी घरारी में दर्ज है। अभियुक्त के पास से पुलिस को एक अवैध असलहा व बाइक मिली है।
अयोध्या कोतवाली क्षेत्र स्थित चरण पादुका मंदिर की गोशाला में गत चार अप्रैल को नागा साधु कन्हैयादास का शव बरामद हुआ था। ईंट से कुचल कर उनकी हत्या की गई थी। इस प्रकरण में पुलिस ने मृतक कन्हैयादास के गुरु भाई शशिकांतदास और उसके भाई संजय को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। गुरु की संपत्ति के विवाद में शशिकांतदास ने कन्हैयादास की हत्या कर दी थी। इस प्रकरण में छह लोग शामिल थे, जिसमें दो की गिरफ्तारी हो चुकी है। पूछताछ में अखिलेश का भी नाम सामने आया था। शुक्रवार की भोर में पुलिस को अखिलेश के बारे में सूचना मिली कि वह अचारी का सगरा होते हुए भरतकुंड की ओर जा रहा है। कोतवाल अयोध्या अशोक सिंह, दर्शननगर चौकी प्रभारी विवेक सिंह, धर्मेंद्र कुमार मिश्र व रामप्रकाश मिश्र ने एसओजी टीम के सहयोग से अचारी सगरा-भरतकुंड मार्ग पर उसे घेर लिया। पुलिस से बचने के लिए अखिलेश ने भी फायरिग की, लेकिन मुठभेड़ में पुलिस की ओर से जवाबी फायरिग में अखिलेश के पैर में गोली लगी। अखिलेश की हालत खतरे से बाहर है। सीओ अयोध्या आरके राय ने मुठभेड़ स्थल पर पहुंच कर पड़ताल की। उन्होंने बताया कि अखिलेश और शशिकांतदास का भाई संजय दोनों मित्र हैं। उससे पूछताछ की जाएगी।